भिलाई : भिलाई-3 थाना क्षेत्र के चरोदा दारू भट्ठी के आगे उमदा रोड में एक कार जलती हालत में मिली। आसपास के लोग जलती कार का वीडियो बनाते रहे। वहीं किसी ने भी फायर ब्रिगेड को जानकारी नहीं दी। कार के पूरी तरह से जलने के बाद आग बुझी तो लोगों ने पास जाकर देखा तो उनके होश उड़ गए। कार में एक लाश थी, जो पूरी तरह से जल चुकी थी।

 

कार के पंजीयन नंबर से उसके मालिक की जानकारी हुई है जो बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर है। लेकिन, मृतक की पहचान नहीं हो सकी है। आशंका जताई जा रही है कि शव कार मालिक का ही है। लेकिन, इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की जा सकी है। मामला संदिग्ध है और हत्या की आशंका जताई जा रही है। भिलाई-3 पुलिस इसकी जांच कर रही है।जानकारी के मुताबिक उमदा रोड पर कार क्रमांक सीजी-07 एलडब्ल्यू 9999 को लोगों ने जलते हुए देखा। कार से तेज लपटें उठ रही थी। आसपास के लोगों ने कार को देखा और उसका वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर वायरल किया। कार के पूरी तरह से जलने के बाद शाम करीब चार बजे आग बुझी तो लोगों ने पास जाकर देखा।

 

अंदर ड्राइविंग सीट पर एक लाश भी जली हुई हालत में मिली। कार चरोदा निवासी बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर राजा जैन के नाम पर पंजीकृत है और आशंका जताई जा रही है कि लाश भी उसी की है। शव पूरी तरह से जल चुका है। इसलिए पहचान के लिए कुछ भी नहीं बचा है। इसलिए पुलिस आधिकारिक तौर पर मृतक की शिनाख्त नहीं कर रही है।जिस रास्ते पर कार मिली है, वो व्यस्ततम मार्ग है। कुछ ही दूरी पर चरोदा की दारू भट्ठी है। लेकिन, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर दारू भट्ठी बंद होने के कारण वो रास्ता सूनसान था। यदि यह माना जाए कि हादसे के बाद कार में आग लगी होगी तो व्यवहारिक तौर पर ये असंभव लग रहा है कि उसमें सवार व्यक्ति को बाहर निकलने का मौका न मिला। दूसरी बात ये भी है कि ड्राइविंग सीट की दूसरी तरफ का दरवाजा खुला हुआ था।

 

इन सभी तथ्यों से इसी बात पर ज्यादा संदेह हो रहा है कि किसी ने हत्या के बाद कार को आग लगाई होगी। पुलिस का भी इसी ओर ज्यादा फोकस है और इसी बिंदु पर जांच भी की जा रही है। घटना की जानकारी मिलते ही एसपी प्रशांत अग्रवाल, छावनी सीएसपी विश्वास चंद्राकर और एफएसएल के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे।मृतक की आधिकारिक तौर पर पहचान करने के लिए पुलिस के पास कपड़े, जूते या अन्य कुछ भी नहीं है। इसलिए अब शव के अवशेष का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। ताकी उसकी आधिकारिक तौर पर पहचान हो सके। कार मालिक बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर राजा जैन का भी कुछ अता-पता नहीं है। इसलिए इस बात की पूरी आशंका है कि शव उसी का है। फिर भी डीएनए टेस्ट के बाद ही इसकी अधिकृत तौर पर पुष्टि हो सकेगी।

 

इसके साथ ही घटना के बारे में जानकारी जुटाने के लिए पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरों को खंगाल रही है। ताकि ये पता चल सके कि घटना के पहले कार में कौन था और कितने लोग थे। फिलहाल ये मामला हत्या का ही प्रतीत हो रहा है। इसलिए मोबाइल टावर डंप निकालकर घटना के समय वहां एक्टिव मोबाइल की जानकारी जुटाई जा रही है।एसपी दुर्ग प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि कार में शव मिलने की जानकारी मिलते ही इसकी जांच शुरू कर दी गई है। अभी तक मृतक की पहचान नहीं हो सकी है। ये कोई हादसा है या हत्या? ये भी नहीं कह सकते। जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।

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