भास्कर न्यूज | कोरबा बांगो परियोजना के पंतोरा नहर उप संभाग में दांयी तट नहर की लाइनिंग की मरम्मत करने का ठेका निरस्त कर दिया गया है। करीब 4 करोड़ का काम करने वर्क ऑर्डर जारी हुआ था पर ठेका कंपनी ज्योति इलेक्ट्रॉनिक कटघोरा ने ठेका लेने तथ्य छिपा दिया था। ठेका कंपनी ने वर्क एंड हैंड के कॉलम में दूसरे विभागों में चल रहे कामों को नहीं बताया है। जांच में सही पाए जाने पर ठेका निरस्त करने की कार्रवाई की गई। दैनिक भास्कर ने 20 नवंबर के अंक में 4 करोड़ का ठेका लेने तथ्य छिपाया, वर्क ऑर्डर होने के बाद जांच शुरू शीर्षक से खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। इसके बाद ही जांच में तेजी आई। हसदेव दर्री बराज संभाग रामपुर कोरबा के अधीन पंतोरा नहर उप संभाग आता है। दायीं तट नहर की 5 से 34 किलोमीटर का हिस्सा पंतोरा एसडीओ ही देखते हैं। नहर की लाइनिंग और माइनर की मरम्मत के लिए 4 करोड़ के 3 कार्यों के लिए टेंडर जारी किया था। सबसे कम दर ज्योति इलेक्ट्रॉनिक्स ने भरा था। इस वजह से विभाग ने उसके नाम पर ही काम के लिए अनुबंध करने के बाद वर्क ऑर्डर जारी कर दिया। इसी बीच यह शिकायत मिली कि ठेका कंपनी ने तथ्यों को छिपाया है। वर्क एंड हैंड में यह बताना होता है कि दूसरे विभागों में तो काम नहीं चल रहा है। ठेका कंपनी ने इस कॉलम को ही छोड़ दिया। जल संसाधन विभाग ईएनसी ने जांच के लिए हसदेव बांगो परियोजना के चीफ इंजीनियर डीके बुमेरकर को नियुक्त किया था। ईई की भूमिका संदिग्ध, राज्य शासन ने वासनिक को हटाया हसदेव दर्री बराज संभाग रामपुर के कार्यपालन अभियंता पीके वासनिक की भूमिका इसमें बताई जा रही है। उन्होंने बिना देखे वर्क ऑर्डर जारी किया। इससे राज्य शासन ने वासनिक को हटा बिलासपुर भेज दिया पर ठेका कंपनी ज्योति इलेक्ट्रॉनिक्स पर कार्रवाई नहीं की।