भाजपा ने पिछला चुनाव जितने वाले 29 पार्षदों में 18 के टिकट काट दिए हैं। इनमें से तीन का वार्ड आरक्षित हो गया। इस वजह से वे चुनाव नहीं लड़ पा रहे हैं। बाकी 15 में ज्यादातर महिलाएं हैं। इन्हें पिछले चुनाव में वार्ड महिला आरक्षित होने के कारण टिकट मिला था। इस बार इनके टिकट काटकर कुछ नए और कुछ पूर्व पार्षदों को दिया गया है। बाकी 14 टिकट या तो पार्षदों को दिए गए हैं या उनके परिवार के किसी सदस्य को। कुछ पार्षदों का टिकट गुड परफार्मेंस नहीं देने के कारण काटा गया है। भाजपा ने पार्षदों के टिकट बंटवारे में नए पुराने का कांबीनेशन किया है। कुशाभाऊ ठाकरे वार्ड से भाजपा की तेज-तर्रार पार्षद सुशीला धीवर का टिकट काट दिया गया। बताया जा रहा है कि उनके खिलाफ बहुत लोग लामबंद थे। रानी लक्ष्मी बाई वार्ड से पार्षद विश्वदिनी पांडे का टिकट कट गया है। वे इस बार महापौर की दौड़ में थीं। ना मेयर की टिकट नहीं मिली और ना पार्षद की। हालांकि पांडे ने कहा वे खुद ही वार्ड की राजनीति नहीं करनी चाहती हैं। तीन बार की पार्षद सीमा संतोष साहू को भी पार्टी ने टिकट नहीं दिया। वे भी मेयर के दावेदारों में एक थी, लेकिन टिकट नहीं मिला। शंकर नगर वार्ड की सुमन राम प्रजापति का टिकट भी काटा गया है। पिछली बार वार्ड महिला आरक्षित होने के कारण राम प्रजापति ने अपनी पत्नी को उतारा था। सुंदर नगर वार्ड इस बार सामान्य महिला होने के कारण पार्षद मृत्युंजय दुबे रेस से बाहर हो गए। ब्राह्मणपारा वार्ड के अन्य पिछड़ा वर्ग आरक्षित होने के कारण पार्षद सरिता दुबे को सुंदर नगर से टिकट दिया गया है। सरिता दुबे भी महापौर प्रत्याशी के लिए दावेदार थीं। कन्हैया लाल बाजारी वार्ड से पार्षद विनोद अग्रवाल का टिकट काटा गया है। उनका वार्ड ओबीसी हो गया। आसपास के सभी वार्ड आरक्षण में फंसने के कारण उन्हें वहां भी मौका नहीं मिला। महामाया मंदिर वार्ड की पार्षद सरिता वर्मा का टिकट कट गया है। वे काफी पुरानी पार्षद हैं। उनका वार्ड इस बार भी अन्य पिछड़ा वर्ग महिला आरक्षित हुआ है। फिर भी पार्टी ने रिपीट ना करते हुए नई प्रत्याशी को मौका दिया। डा. खूबचंद बघेल वार्ड की पार्षद मीनल चौबे इस बार मेयर प्रत्याशी हैं। इसलिए उनके वार्ड से नई कैंडीडेट को मौका मिला है। एक ही दिन में पार्षद के लिए 109 नामांकन, अब तक 134 फॉर्म जमा निगम चुनाव के लिए 22 जनवरी से नामांकन खरीदने और जमा करने का काम शुरू किया गया था। 25 जनवरी तक केवल 25 उम्मीदवारों ने ही नामांकन जमा किया। लेकिन सोमवार को एक ही दिन में 109 लोगों ने नामांकन जमा कर दिया। शहर के 70 वार्डों के लिए अब तक 134 नामांकन जमा हो चुके हैं। 28 जनवरी को नामांकन जमा करने का आखिरी दिन होगा। कलेक्टोरेट में दोपहर 3 बजे तक ही नामांकन जमा लिए जाएंगे। तय समय के बाद पहुंचने वाले उम्मीदवारों का नामांकन नहीं लिया जाएगा। गणतंत्र दिवस की छुट्टी के बाद नामांकन जमा करने वाले सुबह से ही कलेक्टोरेट पहुंचते रहे। पिछले हफ्ते की तुलना में सोमवार को उम्मीदवारों और उनके समर्थकों की भीड़ लगी रही। दस्तावेजों के लिए वे इधर-उधर आते-जाते दिखाई दिए। उम्मीदवारों को साथ उनके प्रस्ताव भी दस्तावेजों के साथ पहुंचे। मंगलवार को नामांकन का आखिरी दिन होने की वजह से कई बड़े उम्मीदवारों ने भी सोमवार को नामांकन जमा किया है। कई उम्मीदवार अलग-अलग सेट में यानी एक से ज्यादा नामांकन जमा कर रहे हैं। कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवार आखिरी दिन भी नामांकन जमा करने की तैयारी कर रहे हैं। भाजपा के सभी उम्मीदवारों को बी-फॉर्म जारी कर दिया गया है। लेकिन कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची दोपहर 3 बजे तक नहीं आने की वजह से उम्मीदवार बिना बी फॉर्म के ही नामांकन जमा करते दिखाई दिए। बताया जा रहा है कि नामांकन के आखिरी​ दिन कांग्रेस के रायपुर अध्यक्ष गिरिश दुबे एक साथ 70 उम्मीदवारों को बी-फॉर्म कलेक्टर के पास जमा कराएंगे। महापौर के लिए 14 फॉर्म बिके, 7 जमा
रायपुर नगर निगम महापौर का पद महिला के लिए आरक्षित होने के बाद अब तक 14 महिलाओं ने नामांकन पत्र खरीदे हैं। इसमें 7 प्रत्याशियों ने नामांकन जमा भी कर दिया है। सोमवार को भाजपा की मीनल चौबे, कांग्रेस की दीप्ति प्रमोद दुबे के साथ डॉ. शुभांगी तिवारी, संगीता बंजारे, शोभा सोनी और अनिता कुलदीप ने नामांकन खरीदा है।

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