पटना। बिहार के नालंदा में मंगलवार की दोपहर जन संवाद कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला करने की कोशिश की गई। आयोजन के दौरान लोगों से मिल रहे नीतीश कुमार के सामने एक युवक ने धमाका कर दिया। गनीमत रही कि यह पटाखा था, जो नीतीश कुमार से करीब पांच से छह फीट दूर गिरा। इससे कारपेट जल गई। घटना के बाद अफरातफरी मच गई। लोग इधर-उधर भागने लगे। पहले लगा कि फायरिंग की गई है, बाद में पटाखा फोड़ने की बात सामने आई। पुलिस ने आरोपित को पकड़ लिया है। उसकी पहचान इस्लामपुर के सत्यारगंज निवासी स्व प्रमोद कुमार के 21 वर्षीय पुत्र शुभम आदित्य के रूप में हुई है। पूछताछ में आरोपित ने कहा कि वह राष्ट्रीय मुद्दे पर सीएम का ध्यान आकृष्ट कराना चाह रहा था। जन संवाद कार्यक्रम के दौरान लोगों का आवेदन ले रहे नीतीश ने जब उसकी नहीं सुनी तो उसने ऐसा किया। उसके पास से पटाखा और माचिस मिली है।

पटना में हुई थी हमले की कोशिश

विदित हो कि हाल के दिनाें में मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यक्रम में सुरक्षा व्‍यवस्‍था में दोबारा ऐसी बड़ी चूक हुई है। पिछले दिनों पटना के बख्तियारपुर में एक युवक ने सीएम नीतीश पर हमले की कोशिश की थी। हालांकि, जांच में पता चला कि युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त था।

खोजी कुत्ते भी सूंघ नहीं पाए विस्फोटक 

नालंदा में हुई घटना के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। शरारती तत्व माचिस और विस्फोटक लेकर डी एरिया में घुस गया, लेकिन सुरक्षाकर्मियों को भनक तक नहीं लगी। कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में थे, जहां स्पेशल ब्रांच के इंस्पेक्टर से लेकर सिपाहियों की तैनाती थी। वहीं, सामने वाले घेरे में एसपी और एएसपी रैंक के दो पदाधिकारी थे। नियमानुसार, कार्यक्रम से पूर्व श्वान दस्ता और बम निरोधक दस्ता स्थल का निरीक्षण करते हैं। कार्यक्रम पूरा होने तक दोनों स्क्वाड वहीं रहते हैं। इस घटना के बाद दोनों दस्ता की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं। खोजी कुत्ते भी विस्फोटक को सूंघ नहीं पाए।

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