राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में बीजेपी और आरएसएस की आलोचना को अपने लिए फ़ायदेमंद बताया और कहा कि वे उनके गुरु हैं और उनकी प्रतिक्रिया से उन्हें फ़ायदा होता है.
नई दिल्ली:
राहुल गांधी इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा की अगुवाई कर रहे हैं, जिसको लेकर वो आए दिन सुर्खियों में रहते हैं. हाल ही में भारत जोड़ो यात्रा दिल्ली के पड़ाव पर है. इस मौके पर राहुल गांधी ने मीडिया से अब तक की यात्रा का अनुभव साझा किया और सरकार से कई तीखे सवाल पूछे. राहुल ने कहा कि ये यात्रा हिंसा के खिलाफ है जो कि अब तक बहुत सफ़ल यात्रा रही. बेरोजगारी और महगाई का मुद्दा भी है, चुने हुए लोगों के पास अरबों और बाकी के पास कुछ नहीं.
मैं अपने साथ कुछ लेकर नही गया क्योंकि यह एक जीवित चीज है, जहां भावनाएं है. पर्सनल तौर पर सबको धन्यवाद. आरएसएस और बीजेपी को भी धन्यवाद. जितना हमला करते हैं उतना ऊर्जा मिलती है उनको गुरु मानता हूँ वो रास्ता दिखा रहे हैं. यात्रा के बाद क्या मैंने जवाब दिया यह यात्रा हमे कुछ बता रही है. बोल रही है, विपक्ष के नेता सब के सब ..हमारे साथ खड़े हैं. पोलटिकल कम्पलशन होते हैं. अखिलेश और मायावती जी हैं वो भी नफरत नही चाहते हैं.
सबसे पहले मेरा लक्ष्य अल्टरनेटिव लक्ष्य है चीन, नोटबन्दी है. मैं फिलहाल न्यू दिल्ली है, उनके पास पैसे की कोई कमी नहीं. सच्चाई को कोई भी कंपेन रोक नही सकता. 5 से 6 हजार करोड़ लगा चुके हैं. मैं भारत जोड़ो यात्रा कर रहा हूं, बीपी गाडी में कैसे बैठकर कर सकता है. उनके नेता जब खुली जीप में जाते हैं तो प्रोटोकॉल अलग होता है और मेरी सुरक्षा में कैसे बुलेट प्रूफ गाडी में चलूं. टी शर्ट से क्या प्रॉब्लम है ..यहां एक भी टी शर्ट पहना हूं. यात्रा के बाद स्वेटर में वीडियो बनाऊंगा.
इसका कारण है आप सर्दी से डरते हैं पर मैं नही डरता हूं. मोदी जी के प्रेस कॉन्फ्रेंस होते नही है. मुझे ठंड नही लग रहा है. हर बार प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम पद को लेकर जवाब पूछे जाते हैं. जो हमारा शिक्षा का सिस्टम है वो काम नही कर रहा है, हम उनको रस्ता नही दिखा रहे है. नई शिक्षा नीति दूसरे रास्ते मे जा रही है. इसे प्रोडक्शन नेशन बनना होगा. स्किल को मारने की कोशिश रही है. उसको सम्मान करना होगा. जो देश मे हिंसा है. कन्फ्यूजड विदेश नीति है मेरी कोई सुनता नही है नफरत से कुछ नही होगा. अंतर तो आएगा. जो मेरी नीव है कोई बदलाव नही है. मैं हर रोज सीखता हूं ..उसमे बहुत बदलाव नही आया.
इसी के साथ राहुल ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस एक नही हो सकते, क्योंकि ये दोनो विचार धारा अलग अलग है. यह टैक्टिकल पोलटिकल फाइट नही है. असल में उस विचारधारा को हराने के लिये एक विचार धारा जरूरी है. यूपी में समाजवादी की विचारधारा है, वह देश मे हर जगह नही चल सकती. देश मे कांग्रेस ही उस विचारवधारा से लड़ सकती है
मध्यप्रदेश में कांग्रेस स्विप करेगी और बीजेपी नही जीतेगी. क्योंकि ये बात तो हर कोई जानता है पैसा देकर बीजेपी ने सरकार बनाई है.