बलौदाबाजार से भाजपा ने पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष अशोक जैन और सिमगा से शिवधारी देवांगन को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। भाटापारा नगरपालिका के लिए शिवरतन शर्मा के भतीजे अश्विनी शर्मा की दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही है। भाटापारा सीट पर अश्विनी शर्मा के नाम की चर्चा के बाद अन्य संभावित दावेदार दिलीप छाबड़िया, आशीष जायसवाल, गोविंद पटेल और सुनील यदु ने भी चुप्पी साध ली है। दूसरी ओर, कांग्रेस अभी तक किसी भी सीट के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं कर पाई है। भाटापारा नगरपालिका के लिए कांग्रेस में सतीश अग्रवाल, राधेश्याम शर्मा (बग्गा महाराज), सुशील शर्मा, अजित बाजपेई, चंद्रशेखर चक्रधारी, नानू सोनी, ईश्वर सिंह ठाकुर और बसंत भृगु समेत कई नेताओं की दावेदारी सामने आई है। नामांकन दाखिल करने में केवल दो दिन शेष हैं, ऐसे में दोनों दलों को जल्द ही अपने उम्मीदवारों के नामों पर अंतिम मुहर लगानी होगी। कांग्रेस की रणनीति को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि वह बीजेपी की सूची का इंतजार कर रही है। बलौदाबाजार और सिमगा में भी कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। पार्टी के भीतर इन नामों पर गहन मंथन जारी है। राजनीतिक समीकरण और संभावित टकराव बीजेपी ने जहां रणनीतिक बढ़त लेते हुए अपने प्रत्याशियों के नाम तय कर दिए हैं, वहीं कांग्रेस अब तक असमंजस में दिख रही है। बीजेपी के फैसले से कार्यकर्ताओं में जोश है, जबकि कांग्रेस में देरी से कार्यकर्ताओं में टकराव की स्थिति बन रही है। भाटापारा नगर पालिका परिषद में कुल 61 मतदान केंद्र बनेंगे। कुल 51,681 मतदाताओं नगर पालिका अध्यक्ष चुनेंगे। जिसमें 25,053 पुरुष मतदाता और 26,617 महिला मतदाता, अन्य 11 मतदाता शामिल हैं। भाटापारा नगर पालिका में कांग्रेस का वर्चस्व रहा है। बलौदाबाजार-भाटापारा जिला पंचायत की बात करें तो यहां अध्यक्ष पद पर कांग्रेसी काबिज है। वहीं पांच जनपद पंचायतों में कहीं कांग्रेस तो कहीं भाजपा नेता अध्यक्ष-उपाध्यक्ष पद पर काबिज हैं।