राज्य सरकार की फ्लेगशिप योजनाओं से लाभान्वित हितग्राहियों से संवाद के क्रम में कमिश्नर डॉ. संजय अलंग ने आज जिले के धान बेचने वाले कुछ किसानों से चर्चा किया। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए कोटा विकासखण्ड के 5-6 किसानों से चर्चा कर धान खरीदी प्रक्रिया के विभिन्न चरणों के उनके अनुभव सुने। किसानों ने बताया कि धान बेचने से लेकर भुगतान पाने तक संपूर्ण प्रक्रिया अब काफी सुगम हो गई है। पहले धान बेचने का लेकर किसानों को चिंता सताते रहती थी। लेकिन खरीदी केन्द्रों के विकेन्द्रीकरण और कम्प्यूटीकरण से धान बेचने का काम अब आसान हो गया है।
डॉ अलंग ने आज कोटा विकासखण्ड के किसान श्री लक्ष्मीनारायण, प्रहलाद यादव, पुष्पेन्द्र धु्रव, दुर्गाबाई आदि से इस साल धान खरीदी के अनुभव साझा किये। उन्होंने धान उपज के साथ ही गिरदावरी, आनावारी, कटाई, उपार्जन केन्द्र में तौलाई, बिक्री, भुगतान आदि के संबंध में चर्चा की। लक्ष्मीनारायण ने बताया कि वे इस दफा 82 क्विंटल धान बेचे हैं। पूरा भूगतान मिल चुका है। इनमें से लगभग 25 प्रतिशत बारदाने स्वयं का था। उसका भी भुगतान मेरे खाते में आ गया है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत तीन किस्त की राशि मिल चुकी है। उन्होंने धान खरीदी एवं इसकी बेहतर इंतजाम के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को धन्यवाद दिया है। इस अवसर पर डिप्टी कमिश्नर अखिलेश साहू, श्रीमती अर्चना मिश्रा, फूड कण्ट्रोलर श्री राजेश शर्मा भी उपस्थित थे।

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