छत्तीसगढ़ के बिलासपुर सहित कई जिलों में नशे के सामानों की तस्करी करने वालों का सरगना संजीव उर्फ सुच्चा सिंह छाबड़ा को पुलिस ने मध्यप्रदेश के जबलपुर से गिरफ्तार किया है। करीब 20 साल पहले बिलासपुर में नशे के कारोबार की जड़ जमाने वाला मुख्य सरगना 16 साल से फरार था। इस दौरान वो अपने चैनल के जरिए युवाओं को नशे का तस्कर बनाया। पुलिस ने अवैध कारोबार में कमाए करोड़ों रुपए की जानकारी भी जुटा ली है, जिसे जब्त करने की तैयारी की जा रही है। नशीली दवाओं का कारोबार करने वालों पर कार्रवाई एसपी रजनेश सिंह ने बताया कि पुलिस की टीम शहर के साथ ही जिले में प्रतिबंधित नशीली दवाओं का कारोबार करने वालों पर लगातार कार्रवाई कर रही है। इस दौरान नशे का कारोबार करने वालों के साथ ही नशीली दवा उपलब्ध कराने वालों की भी जानकारी जुटाई गई। इस अवैध कारोबार में शामिल एक-एक कड़ी को जोड़कर कार्रवाई की गई। इसके पहले गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि टिकरापारा में रहने वाला संजीव सिंह छाबड़ा उर्फ सुच्चा (53) शहर के साथ ही प्रदेश के कई जिलों में नशीली दवाओं की सप्लाई करता है। वह 16 साल से शहर से बाहर रह रहा है। कई मामलों में फरारी काट रहा है। इसके बाद भी वह अपने गिरोह के सदस्यों के माध्यम से बेधड़क नशे की सप्लाई कर रहा है। डिलीवरी बॉय बनकर जबलपुर पहुंची पुलिस एसपी सिंह ने बताया कि आरोपी सुच्चा सिंह बहुत ही शातिर किस्म का अपराधी है। वह पुलिस से बचने के लिए मोबाइल और सिम बदलता रहा। इस बीच वह जबलपुर में रहकर छाबड़ा कंस्ट्रक्शन कंपनी खोल लिया था। कंस्ट्रक्शन कंपनी की आड़ में नशे का कारोबार चला रहा था। उसकी गिरफ्तारी के लिए सिविल लाइन सीएसपी निमितेश सिंह के नेतृत्व में 8 सदस्यीय पुलिस टीम जबलपुर पहुंची, तब टीम ने पार्सल डिलीवरी बॉय बनकर पहले उसके ठिकाने में रेकी। इस दौरान पता चला कि वह जबलपुर के 90 क्वार्टर परसवाड़ा में आलीशान मकान और दुकान बनवा रहा है। उसे पकड़ने के लिए टीम ने उसके निर्माणाधीन मकान के प्लंबर को पकड़ा। इसके बाद देर रात करीब रात 2 बजे आरोपी के मकान की पहचान कर रेड की गई। पुलिस के आने की भनक लगते ही उसने भागने की कोशिश भी की, लेकिन टीम ने सक्रियता दिखाते हुए उसे दबोच लिया। नागपुर और जबलपुर समेत कई जगहों पर बनाई है संपत्ति आरोपी से पूछताछ और जांच में पता चला है कि नशीली दवा के कारोबार में शामिल सुच्चा सिंह ने पुलिस से बचने के लिए शहर छोड़ दिया। इसके बाद वह नागपुर में रहकर नशीली दवाओं के कारोबार से जुड़ा रहा। वह मोबाइल के माध्यम से शहर में नशीली दवाओं का ऑर्डर लेकर सप्लाई करता था। इस बेमानी कमाई से उसने नागपुर में दुकान और मकान खरीद ली, जिसके बाद वह नागपुर छोड़कर जबलपुर आ गया। यहां पर उसने जमीन खरीदकर मकान बनवा रहा है। इसके अलावा दिल्ली और दूसरे प्रदेशों में भी होने की जानकारी मिली है। पुलिस इसकी जानकारी जुटा रही है। शेयर मार्केट में लगाई रकम, बीमा पालिसियां में किया इन्वेस्ट पुलिस अफसरों ने बताया कि आरोपी सुच्चा सिंह ने नशे के कारोबार की कमाई से जमीन के साथ ही शेयर मार्केट में भी निवेश किया है। इस संबंध में पुलिस को कुछ पुख्ता दस्तावेज मिले हैं। साथ ही कई बीमा पालिसी की भी जानकारी मिली है। इसकी जांच कराई जा रही है। पुलिस को पता चला है कि आरोपी ने नशे के कारोबार से कंस्ट्रक्शन का काम भी शुरू किया था। इसकी आड़ में वह नशे के कारोबार से कमाए रुपयों को अलग-अलग जगहों पर निवेश कर रहा था। शहर के युवाओं सिखाया कारोबार, तस्कर बना अपराध में ढकेला पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि आरोपी सुच्चा सिंह ने करीब 20 साल पहले शहर में नशीली दवाओं का कारोबार शुरू किया था। तब शहर में नशीली दवाओं की बिक्री बहुत कम थी। उसने ना सिर्फ युवाओं को नशीली दवाओं का आदि बनाया बल्कि इस कारोबार से जुड़े लोगों को संगठित कर पुलिस से बचने के तरीके सिखाए। यहां उन्हें अपना मोहरा बनाकर वह बाहर रहने लगा। जिसके बाद खुद पर्दे के पीछे रहकर महिलाओं और बच्चों की आड़ में नशे का कारोबार करता रहा। शहर के आधा दर्जन थानों में दर्ज है केस सिविल लाइन सीएसपी निमितेश सिंह ने बताया कि आरोपी सुच्चा सिंह के खिलाफ कोनी थाने में 2007 में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था, जिसमें वो फरार था। इसके बाद से सरकंडा, सिविल लाइन, तारबाहर और सिटी कोतवाली थाने में नशीली दवाइयां जब्ती के केस में उसका नाम शामिल था। पिछले 16 साल से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी, लेकिन वो फरार रहा। इस बीच तखतपुर और रतनपुर क्षेत्र में भी आरोपी ने नशीली दवाओं की सप्लाई करता रहा। पुलिस को पता चला है कि आरोपी छत्तीसगढ़ के साथ ही दूसरे प्रदेशों में भी नशे का कारोबार करता था। इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। संपत्ति होगी राजसात, मुंबई न्यायालय भेजी जाएगी जानकारी एसपी रजनेश सिंह ने बताया कि नशे के कारोबार से कमाई संपत्ति को राजसात करने केंद्र स्तर पर कार्रवाई की जाती है। इसके लिए मुंबई में स्पेशल कोर्ट सुनवाई करेगी। पूरा मामला मुंबई स्थित स्पेशल कोर्ट में ट्रांसफर किया जाएगा। इससे पहले भी एक मामला स्पेशल कोर्ट भेजा गया है। इसमें गोदावरी उर्फ गिन्नी जांगड़े की संपत्ति के मामले की सुनवाई होगी। इधर पुलिस की टीम एक और मामले की जांच कर रही है। नशे के खिलाफ एंड टू एंड कार्रवाई, अब तक 16 गिरफ्तारी पुलिस अफसरों ने बताया कि जिले में नशे के सौदागर के खिलाफ पुलिस प्रहार अभियान चला रही है। इसके तहत नशे के कारोबार में शामिल सभी लोगों के खिलाफ एंड टू एंड कार्रवाई चल रही है। सिविल लाइन थाना क्षेत्र के जरहाभाठा मिनी बस्ती में एक परिवार के सरगना महिला सहित सभी सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। रायपुर के सोशल मीडिया इन्फ्लएंशर सहित मध्यप्रदेश के बालाघाट निवासी आरोपी समेत 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस गिरोह के सरगना सुच्चा सिंह 16 आरोपी है, जिसे पुलिस ने पकड़ा है।

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