बलौदाबाजार जिले के अमेरा में खाद्य विभाग ने छापा मारा है। लक्ष्मी ट्रेडर्स में कस्टम मिलिंग के लिए दिए गए धान में से 820 क्विंटल धान गायब मिला। अनियमितता की शिकायत पर कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश पर टीम ने कार्रवाई की है। खाद्य अधिकारी विजय किरण के मुताबिक, गायब 820 क्विंटल धान की कीमत लगभग 20 लाख 50 हजार रुपए है। मिल मालिक ने स्टॉक पंजी में नियमित ऑनलाइन एंट्री भी नहीं की, जो नियमों के खिलाफ है। आशंका जताई जा रही है कि गायब धान को खुले बाजार में बेच दिया गया है। सरकारी चावल में हेराफेरी मिल के मालिक संतोष अग्रवाल को कस्टम मिलिंग के लिए 14,260 क्विंटल धान दिया गया था, जिससे 9,554 क्विंटल चावल सरकार को जमा करना था। लेकिन मिलर ने केवल दो किश्तों में 2,030 क्विंटल चावल जमा किया। जांच में मिल में 8,068 क्विंटल धान और 2,130 क्विंटल चावल का स्टॉक मिला। पहले से जमा किए गए चावल को मिलाकर कुल 4,160 क्विंटल चावल की गणना हुई, जबकि 5,394 क्विंटल चावल और जमा करना बाकी है। मिल मालिक पर कार्रवाई प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए मिल मालिक से स्पष्टीकरण मांगा, लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर उनकी बैंक गारंटी से राशि की वसूली का निर्णय लिया गया है। जांच में डीएमओ राहुल अंधसकर, सहायक खाद्य अधिकारी अमित शुक्ला और फूड इंस्पेक्टर कमल साहू की टीम शामिल थी।