पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी के चलते घिरीं नूपुर शर्मा के खिलाफ बंगाल विधानसभा में प्रस्ताव पेश किया गया है। यह प्रस्ताव ममता बनर्जी सरकार लाई थी, जिस पर हंगामा मच गया और भाजपा ने वॉकआउट कर दिया।
पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी के चलते घिरीं नूपुर शर्मा के खिलाफ बंगाल विधानसभा में प्रस्ताव पेश किया गया है। यह प्रस्ताव ममता बनर्जी सरकार लाई थी, जिस पर हंगामा मच गया। इस प्रस्ताव के विरोध में शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में भाजपा के विधायकों ने वॉकआउट कर दिया। इस प्रस्ताव में ममता सरकार ने आरोप लगाया कि भाजपा नफरत की राजनीति करती रही है। यही नहीं इससे पहले खुद ममता बनर्जी भी कई बार नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग कर चुकी हैं।
नूपुर शर्मा के खिलाफ पारित प्रस्ताव में ममता सरकार ने भाजपा पर हमला बोलते हुए उसे उकसावे और नफरत की राजनीति करने वाली पार्टी बताया है। नूपुर शर्मा के खिलाफ यूपी, महाराष्ट्र और बंगाल समेत देश के कई राज्यों में प्रदर्शन हुए थे। बंगाल के हावड़ा समेत कई और शहरों में आंदोलन हुए थे और कई स्थानों पर तो ये प्रदर्शन हिंसक हो गए थे। इस पर ममता बनर्जी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि भाजपा उकसावे और नफरत की राजनीति करती है। इसके साथ ही उन्होंने प्रदर्शन करने वाले लोगों से कहा था कि उन्हें बंगाल की बजाय दिल्ली जाकर आंदोलन करना चाहिए।
बता देें कि कोलकाता पुलिस ने पैगंबर पर टिप्पणी के मामले में नूपुर शर्मा को पूछताछ के लिए आज बुलाया था, लेकिन उन्होंने व्यक्तिगत पेशी के लिए 4 सप्ताह का वक्त मांगा है।