भारत सरकार के ग्रामीण विकास विभाग के आर्थिक सलाहकार श्रीमती कल्याणी मिश्रा एवं संयुक्त सचिव श्री श्रैलेन्द्र मिश्रा ने मनरेगा के कामों को देखने के लिए जिले के हरिनभट्टा (पलारी) एवं बलौदा (कसडोल) का दौरा किया। उन्होंने इन ग्रामों में योजना से लाभान्वित ग्रामीण मजदूरों और छोटे किसानों से मुलाकात कर योजना से उनके जीवन में आये बदलाव एवं योजना की उपयोगिता की जानकारी ली। उन्होंने मनरेगा के अंतर्गत जिले में बड़ी संख्या में सिंचाई से जुड़ी संरचना निर्माण पर प्रसन्नता व्यक्त की। अल्प एवं खण्ड वर्षा की स्थिति में मनरेगा के अंतर्गत बनाई गई सिंचाई नहर, कुआं एवं डबरी काफी उपयोगी साबित हो रही हैं। उन्होंने जिला कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन से भी मुलाकात कर मनरेगा में अच्छे कार्य एवं व्यवस्थित रख-रखाव के लिए जिला प्रशासन एवं जिला पंचायत की सराहना की। संपूर्ण दौरे में जिला पंचायत की सीईओ डॉ. फरिहा आलम सिद्धिकी उनके साथ थीं।
केन्द्रीय ग्रामीण विकास विभाग की आर्थिक सलाहकार श्रीमती कल्याणी मिश्रा ने पलारी विकासखण्ड के ग्राम हरिनभट्ठा से दौरे की शुरूआत की। उन्होंने बकरीपालन के हितग्राही एवं ग्रामीण श्रमिक दुकालु यादव के निवास पहुंचकर उनका हाल-चाल पूछा। मनरेगा के अंतर्गत उनके घर के एक हिस्से में बकरी शेड का निर्माण किया गया है। शेड बन जाने से वह सुरक्षित तरीके से बकरीपालन का कार्य कर रहा है। उसने बताया कि पिछले साल वह पांच बकरी बेचकर 20 हजार रूपये की आमदनी अर्जित की है। पैसा आने से समाज में उसकी पूछ-परख भी बढ़ी है। इसके साथ ही गांव के तालाब में मनरेगा योजना से गहरीकरण होने पर जलभराव क्षमता बढ़ी है। जिससे डेढ़ दर्जन किसानों की 25 एकड़ खेत में सिंचाई भी सम्भव हुई है। सिंचाई के लिए नहर निर्माण किये जाने से भी ग्राम के किसानों के 40 एकड़ खेत में सिंचाई हो रही है। अल्पबारिश के हालात में मनरेगा के इस तरह के काम किसानों के लिए संजीवनी साबित हो रहे हैं।
उन्होंने ग्राम पंचायत भवन पहुंचकर अभिलेखों के संधारण एवं साफ-सफाई का भी निरीक्षण किया। इसके बाद कसडोल के बलौदा ग्राम में मनरेगा के सहयोग से निर्मित आंगनबाड़ी केन्द्र भवन का अवलोकन किया। उन्होंने ग्राम के सीमांत किसान मनोहर पिता फागूलाल से भी मुलाकात कर उनके जीवन-यापन के तौर-तरीकांे में आये बदलाव की जानकारी ली। मनोहर के खेत में मनरेगा से कुएं का निर्माण किया गया है। इससे वह खरीफ में फसल बचाने के साथ ही अन्य मौसम में साग-भाजी उगाता है। पिछले सालों में उसे लगभग 1 लाख रूपये की आमदनी हुई है। उन्होंने ग्राम में निर्मित प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास और मनरेगा के सहयोग से निर्मित सामुदायिक शौचालय का निरीक्षण किया। मनरेगा योजना से ग्रामीण जीवन में लोगों के आ रहे बदलाव को देखकर खुश हुई और योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए जिला प्रशासन को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।