भास्कर न्यूज | बालोद आयुष्मान कार्ड बनाने में अब अंगूठे का मिलान (थंब इंप्रेशन) नहीं होने का झंझट खत्म हो चुका है। स्वास्थ्य विभाग से आई स्कैनर से आयुष्मान कार्ड बनाने की शुरुआत हो चुकी है। जिला अस्पताल, डौंडी व गुरूर के बाद जिले के सभी सीएचसी में आई स्कैनर की खरीदी की जाएगी। जिला प्रभारी कमल खेवार ने बताया कि जिला अस्पताल, डौंडी, गुरूर व अन्य सीएचसी में आई स्कैनर उपलब्ध है। सभी सीएचसी में इसे उपलब्ध करवाकर आयुष्मान कार्ड बनाने की प्लानिंग है। ऐसे व्यक्ति जिनका आयुष्मान कार्ड बनाने या इलाज के दौरान अंगूठा न मिलने के कारण कार्ड नहीं बन पाता था। उनका भी कार्ड आसानी से बन सकेगा। कार्ड नहीं बनने से परेशानी हो रही थी, अब ऐसा नहीं होगा। जिन लोगों का आयुष्मान कार्ड अंगूठे का मिलान यानी थंब इंप्रेशन की वजह से बन नहीं पाया वे आई स्कैनर की मदद से आयुष्मान कार्ड बनवा सकेंगे। जिले के 70 वर्ष से अधिक के लोगों को लाभ मिलेगा स्वास्थ्य विभाग के अनुसार आई स्कैनर के माध्यम से आयुष्मान कार्ड बनने से 70+ के लोगों को लाभ मिलेगा। दरअसल 70+ के कई लोगों का कार्ड थंब इंप्रेशन के चलते नहीं बन पाया है। भविष्य में जिला अस्पताल, सीएचसी के अलावा शिविर स्थल में भी आई स्कैनर की मदद से आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा। जिले के 5 ब्लॉक में 70+ के 42 हजार 194 लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य है। जिसके अनुरूप 19 नवंबर से अब तक 3 हजार 200 लोगों का कार्ड तैयार हो पाया है। इस लिहाज से 38 हजार लोगों का कार्ड बनाना शेष है।