वन टू वन बैठक में आज सीएम अशोक गहलोत, पार्टी के राज्य इकाई के प्रमुख सुखजीन्दर रंधावा, गोविंद दोतासरा  की विधायकों से बैठक में क्या चर्चा हुई इसके बारे कुछ जानकारी मिली है.

जयपुर: 

राजस्थान में इस साल के अंत में होने वाले चुनाव से पहले सभी राजनीतिक पार्टियों ने कमर कस ली है. कांग्रेस पार्टी सत्ता में है और पार्टी के नेताओं में आपसी मनमुटाव एक बार फिर सतह पर आ चुका है. इस सबसे इतर पार्टी ने विधायकों से वन टू वन चर्चा का कार्यक्रम आरंभ किया है. इसके तहत पार्टी अपने सभी विधायकों से मुलाकात कर रही है. साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि पार्टी के विधायकों और नेताओं को चुनाव से पहले क्या तैयारी करनी चाहिए. इसके साथ ही पार्टी विधायकों को क्या-क्या और करना चाहिए इस बारे में प्लान दिया जा रहा है.

वन टू वन बैठक में आज सीएम अशोक गहलोत, पार्टी के राज्य इकाई के प्रमुख सुखजीन्दर रंधावा, गोविंद दोतासरा  की विधायकों से बैठक में क्या चर्चा हुई इसके बारे कुछ जानकारी मिली है. बताया जा रहा है कि इस बैठक में सचिन पायलट के मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई है. शीर्ष नेताओं ने केवल महंगाई राहत शिविरों और जनता तक पहुंचने के लिए पार्टी की तैयारियों पर चर्चा की है.

बैठक में विधायकों को बताया गया कि महंगाई राहत कैंपों में सभी विधायकों की बहुत बड़ी जिम्मेदारी रहेगी. उन्हें बताया गया कि टिकट वितरण में महंगाई राहत कैंप को सफल बनाने की मेहनत को ध्यान में रखा जाएगा. साथ ही उन्हें कल्याणकारी योजनाओं को अपने एकमात्र एजेंडे के रूप में रखने और बाकी छोटे मुद्दों पर मीडिया के शोर पर ध्यान नहीं देने के लिए कहा गया है.

सबसे अहम बात यह है कि विधायकों को अपने सोशल मीडिया एंगेजमेंट को बढ़ाने के लिए कहा गया है. न केवल फॉलोअर्स की संख्या बल्कि पोस्ट की संख्या भी ज्यादा करने को कहा गया है.

वहीं दूसरी तरफ, अपनी ही सरकार के ख़िलाफ़ एक दिन अनशन करने के बाद सचिन पायलट आज जनसंपर्क अभियान कर रहे हैं. पायलट जयपुर के शाहपुर और झुंझुनू के खेताड़ी में कार्यक्रम करने जा रहे हैं. इस बीच पायलट के ख़िलाफ़ बयान देने वाले राज्य कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा जयपुर में हैं. यहां वे 3 दिन तक पार्टी विधायकों से वन टू वन संवाद करने वाले हैं. गौर करने की बात यह है कि आज पार्टी के शीर्ष नेताओं की सचिन पायलट के विधानसभा क्षेत्र टोंक के प्रतिनिधि से जनसंवाद होना है. लेकिन साफ़ है अब पायलट इसमें उपस्थित नहीं रहेंगे.

अब चर्चा इस बात को लेकर है कि राज्य में पायलट समर्थक विधायक प्रदेश कांग्रेस प्रभारी के साथ बैठक करेंगे या अपने नेता सचिन पायलट के साथ उनकी जनसभाओं में शामिल होंगे.

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