सेना प्रमुख ने जोर देकर कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने हिंसा को खारिज कर दिया है और सकारात्मक बदलावों का स्वागत कर रहे हैं. 1949 के बाद पहली बार परंपरा को तोड़ते हुए आज सुबह दिल्ली के बजाय बेंगलुरु में सेना दिवस परेड का आयोजन किया गया.
बेंगलुरु/नई दिल्ली:
सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने आज कहा कि भारत एक मजबूत रक्षात्मक मुद्रा बनाए हुए है और वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के रूप में जानी जाने वाली भारत-चीन सीमा पर किसी भी “आकस्मिकता” के लिए तैयार है. कर्नाटक के बेंगलुरू में वार्षिक सेना दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जनरल मनोज पांडे ने कहा कि उत्तरी सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थिति सामान्य है और शांति बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं. उन्होंने कहा, “एलएसी पर एक मजबूत रक्षात्मक मुद्रा बनाए रखते हुए, हम किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं.”
पाकिस्तान पर भी बोले
जनरल मनोज पांडे ने कहा कि सेना ने पिछले साल सुरक्षा संबंधी चुनौतियों का डटकर सामना किया और सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की. एएनआई के अनुसार सेना प्रमुख ने कहा, “हमने भविष्य के युद्धों के लिए अपनी तैयारियों को और भी मजबूत किया.” पाकिस्तान पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए सेना प्रमुख ने कहा कि हालांकि, पश्चिमी सीमा पर संघर्षविराम उल्लंघनों में कमी देखी गई, फिर भी दूसरी तरफ आतंकी ढांचा मौजूद है और कई प्रॉक्सी संगठनों ने खुद को साबित करने के लिए लक्षित हत्याओं का सहारा लिया है.
1949 के बाद पहली बार तोड़ी गई परंपरा
सेना प्रमुख ने कहा, “सेना, अन्य सुरक्षा बलों के साथ, इस तरह के सभी प्रयासों को विफल करने के लिए दृढ़ है. हमारी घुसपैठ रोधी ग्रिड वहां से घुसपैठ को लगातार नाकाम कर रही है.” उन्होंने जोर देकर कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने हिंसा को खारिज कर दिया है और सकारात्मक बदलावों का स्वागत कर रहे हैं. 1949 के बाद पहली बार परंपरा को तोड़ते हुए आज सुबह दिल्ली के बजाय बेंगलुरु में सेना दिवस परेड का आयोजन किया गया. एक अन्य कार्यक्रम दोपहर में शहर में सेना सेवा कोर (एएससी) केंद्र और कॉलेज में आयोजित किया जाएगा. इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुख्य अतिथि होंगे. पिछले साल, वायु सेना ने भी अपना वार्षिक फ्लाई-पास्ट और परेड दिल्ली के पास हिंडन एयर बेस की जगह चंडीगढ़ में किया था.