Fourth wave of Corona: देश में कोरोना के मामलों ने दोबारा रफ्तार पकड़ी है। राजधानी दिल्‍ली सहित कई राज्‍यों में कोविड के केस (Delhi Corona case) बढ़े हैं। चौथी लहर की (Fourth wave of Corona) आशंका जताई जा रही है। यह संयोग ही है कि पिछले साल भी अप्रैल में ही कोरोना ने तांडव किया था। त‍ब दूसरी लहर (Second wave of Corona) पीक पर थी। कोरोना महामारी की सूनामी में हजारों-हजार लोगों ने जान गंवाई थी। ऑक्सिजन के लिए लोग छपटपटा रहे थे। देश-दुनिया में सब कुछ बंद था। कोरोना की रोकथाम के लिए जरूरी उपकरणों के सामान आसमान छूने लगे थे। श्‍मशान घाट छोटे पड़ गए थे। अंतिम संस्‍कार के लिए लकड़‍ियां तक कम पड़ गई थीं। उन दिनों की याद करके भी रूह कांप जाती है। हालांकि, इस दौरान एक बड़ा फर्क आया है। देश में बड़ी आबादी का वैक्‍सीनेशन हो चुका है। इसके बावजूद यह नहीं कहा जा सकता है कि खतरा टल गया है। ऐसे में एहतियात बरतना जरूरी है। हाल में केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री मनसुख मांडविया ने भी इसकी अपील की थी।

फिर बज गई है खतरे की घंटी
राजधानी दिल्‍ली सहित देश के तमाम राज्‍यों में कोरोना के बढ़ते मामलों ने फिर से खतरे की घंटी बजा दी है। कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर महानगर के सभी अस्पतालों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। दिल्ली में गुरुवार को कोविड-19 इन्‍फेक्‍शन के 325 नए मामले सामने आए। वहीं, संक्रमण दर 2.39 फीसदी रही। थी। राष्ट्रीय राजधानी में कोविड पॉजिटिविटी रेट एक सप्ताह में 0.5 फीसदी से बढ़कर 2.7 फीसदी हो गया है। दिल्‍ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने आश्‍वासन दिया है कि सरकार स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। वहीं, महाराष्ट्र में शुक्रवार को 69 और लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए। एक मरीज की मौत भी हुई। राज्‍य में गुरुवार को संक्रमण के 103 नए मामले आए थे। पांच लोगों की मौत हुई थी। महाराष्‍ट्र उन राज्‍यों में शुमार है जिसने कोरोना की सबसे ज्‍यादा मार झेली है।

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय जारी कर चुका है वॉर्निंग
पिछले 28 दिनों में देश में कोरोना से 5,474 लोगों की मौत हुई है। वहीं, 40 हजार से ज्‍यादा लोग संक्रमित हुए हैं। केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के मुताबिक, देश के 29 जिलों में कोरोना के हालात बेकाबू हैं। इन जिलों में पॉजिटिविटी रेट 5 फीसदी से ज्‍यादा है। छह जिलों में पॉजिटिव‍िटी रेट 10 फीसदी से भी ज्यादा है। देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देख स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने 5 राज्‍यों को चेतावनी जारी की है। इन आंकड़ों को देखकर कई एक्‍सपर्ट्स इसे चौथी लहर की दस्‍तक बताने लगे हैं। वो लोगों से फिर से सतर्क होने के लिए कह रहे हैं। दुनिया के कई देशों में पहले ही चौथी लहर दस्‍तक दे चुकी है। इनमें अमेरिका, जर्मनी, ऑस्‍ट्रेलिया, ब्राजील, फ्रांस, जापान, इटली, दक्षिण कोरिया और ऑस्ट्रिया शामिल हैं। कोरोना के ओमीक्रोन का सब वैरिएंट बीए.2 चौथी लहर लेकर आया है।

अप्रैल का कोविड कनेक्‍शन
अप्रैल का कोविड के साथ खास कनेक्‍शन देखने को मिला है। पिछले साल दूसरी लहर ने भी इसी महीने रफ्तार पकड़ी थी। इसने देश में भीषण तांडव मचाया था। तब सरकारों के हाथ पांव फूल गए थे। डेली केस इस कदर बढ़ गए थे कि हेल्‍थ इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर चरमरा गया था। इस दौरान एक दिन में 4 लाख से ज्‍यादा केस दर्ज किए जा रहे थे।दूसरी लहर कोरोना के डेल्‍टा वैरिएंट के कारण आई थी। लोग बुरी तरह दहशत में थे। उन्‍होंने खुद को घरों में बंद कर लिया था। फैक्ट्रियां-दुकानें सब बंद हो गई थीं। कड़े नियमों के साथ जरूरी सामानों की बिक्री होने लगी थी। अंतिम संस्‍कार के लिए श्‍मशान में घंटों का इंतजार करना पड़ रहा था। कई जगहों पर तो लकड़ी तक कम पड़ गई थी। दूसरी लहर के बाद तीसरी लहर भी आई। हालांकि, गनीमत यह रही कि यह उतनी जानलेवा साबित नहीं हुई।

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