छत्तीसगढ़ में निकाय चुनाव का ऐलान कभी भी हो सकता है। लेकिन कांग्रेस में अब तक जिला अध्यक्षों की नियुक्ति अब तक नहीं हो पाई है। जबकि बीजेपी में बूथ से लेकर प्रदेश अध्यक्ष तक चुन लिए गए हैं। विपक्षी पार्टी कांग्रेस इस मामले में पीछे रह गई है। पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज का कहना है कि सीनियर नेताओं के साथ बैठक हुई है। और जहां भी कमजोर स्थिति दिखेगी। वहां के लिए सूची आती रहेगी। फिलहाल सभी जिला अध्यक्षों को काम करने के लिए निर्देशित कर दिया है। दिल्ली में हो चुकी है बैठक पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज हाईकमान को पदाधिकारियों की सूची सौंप चुके हैं, इसके अलावा प्रदेश प्रभारी और वरिष्ठ नेताओं से बैठक भी हो गई है लेकिन अब तक केवल 3 ही नाम AICC ने जारी किए है। जिला अध्यक्षों की नियुक्ति से पहले ही निकाय चुनाव के लिए प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। पार्टी ने ऑब्जर्वर बना दिए हैं। जिसका सीधा असर नगरीय निकाय चुनाव की तैयारियों पर देखने को मिल रहा है। लोकसभा चुनाव के बाद से ही प्रदेश कांग्रेस संगठन और जिला अध्यक्षों के बदलाव की चर्चा थी। लेकिन नगरीय निकाय चुनाव सिर पर है। बीजेपी में बैठकों का दौर भी शुरू हो गया है, लेकिन कांग्रेस अभी नई टीम की लिस्ट को लेकर तारीखों में उलझी है। बदलवाह की खबर के चलते कई जिला अध्यक्ष निष्क्रिय कांग्रेस में कई जिला अध्यक्षों का कार्यकाल पूरा हो गया है। दूसरी ओर बदलाव की संभावना को देखते हुए पुराने जिला अध्यक्ष निकाय चुनाव की तैयारियों में रुचि नहीं ले रहे हैं। जिसका सीधा असर निकाय चुनाव की तैयारियों में पड़ता दिख रहा है। अब तक कांग्रेस ने जिलों में बैठकें नहीं की है। पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने नई नियुक्तियों की लिस्ट दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान को सौंप चुके हैं। जिस पर प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट की भी मंजूरी मिल गई है। लेकिन अब तक वहां से नई टीम का ऐलान नहीं किया गया है।