केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ‘मोदी जी SIT के सामने नाटक करते हुए नहीं गए थे कि मेरे समर्थन में आओ गांव-गांव से आओ, नहीं आते तो MLA को बुला लो, MP को बुला लो, पूर्व सांसद को बुला लो।’
वर्ष 2002 के गुजरात दंगे के मामले में नरेंद्र मोदी को मिली क्लीन चिट के खिलाफ याचिका को सुप्रीम कोर्ट द्वारा खारिज करने के बाद भाजपा विरोधियों के खिलाफ हमलावर हो गई है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गुजरात दंगों के लिए मोदी पर आरोप लगाने वालों से माफी मांगने की मांग करते हुए नेशनल हेराल्ड केस में ईडी की जांच का सामना कर रहे राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला। राहुल गांधी का नाम लिए बिना शाह ने कहा, ‘मोदी जी SIT के सामने नाटक करते हुए नहीं गए थे कि मेरे समर्थन में गांव-गांव से आओ, विधायकों को बुला लो, सांसदों को बुला लो, पूर्व सांसद को बुला लो।’ एक अन्य मामले में अपनी भी गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए गृह मंत्री ने कहा, ‘हमने न्यायिक प्रक्रिया में सहयोग किया। एसआईटी ने हमसे जांच में सहयोग मांगा औऱ हमने किया। कोई भी व्यक्ति न्याय की परिधि से बाहर नहीं है।’
गौरतलब है कि गुजरात दंगे की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित SIT के सामने तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को पेश होना पड़ा था और उन्हें क्लीन चिट मिली थी। शुक्रावर को सुप्रीम कोर्ट ने नरेंद्र मोदी को क्लीन चिट देने वाली SIT रिपोर्ट के खिलाफ दाखिल याचिका को खारिज कर दिया है। यह याचिका जाकिया जाफरी की ओर से दाखिल की गई थी।
नेशनल हेराल्ड केस से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से पूछताछ की थी। 13 जून से शुरू हुई पूछताछ के साथ ही दिल्ली समेत देश के कई शहरों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने जमकर प्रदर्शन किया था।
भाजपा ने क्यों नहीं किया मोदी के लिए आंदोलन?
साक्षात्कार के दौरान भाजपा की प्रतिक्रिया को लेकर भी सवाल किया गया तो शाह ने कहा, ‘हम मानते थे कम हमें न्यायिक प्रक्रिया में सहयोग करना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट का आदेश है, SIT काम कर रही है। अगर SIT चाहती है कि मुख्यमंत्री जी से सवाल पूछना, तो मुख्यमंत्री खुद कहते हैं कि मैं सहयोग करने के लिए तैयार हूं, तो किस चीज का आंदोलन करना है। हमारे यहां कोई भी व्यक्ति न्याय की परिधि से बाहर नहीं है।’
माफी की मांग
गृहमंत्री ने बताया कि उस दौरान मेरी’ गिरफ्तारी पर भी धरने नहीं हुए थे। शीर्ष अदालत की तरफ से फैसला आने के बाद शाह ने कहा कि इससे भाजपा पर लगा धब्बा धुल गया है। अमित शाह ने आगे कहा कि मोदी को नानवती आयोग ने भी क्लीनचीट दी थी। साथ ही उन्होंने मोदी पर आरोप लगाने वालों से माफी की मांग की है। उन्होंने कहा, ‘किसके शासनकाल में दंगे नहीं हुए हैं। जिन-जिन राज्यों में आज भाजपा सरकार है, वहां अन्य पार्टियों की सरकारें भी रही हैं। आप लोग आंकड़ों को निकाल कर देख लीजिए कि किसके शासनकाल में दंगे कम हुए हैं।’