गृहमंत्री अमित शाह सोमवार को खूब हंसे। वह भी लोकसभा सदन की कार्यवाही के दौरान। शाह के साथ सदन के बाकी सदस्यों के चेहरे पर भी खिलखिलाहट दिखी। अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसा क्या हुआ कि जिस सदन से हमेशा हंगामे की खबर आती है, वहां पक्ष और विपक्ष के सांसद एकसाथ ठहाके लगाकर हंस रहे? आइए हम बताते हैं…
गृहमंत्री अमित शाह लोकसभा में दंड प्रक्रिया पहचान विधेयक, 2022 पर विपक्ष के सवालों का जवाब दे रहे थे। कुछ दिन पहले ही ये विधेयक केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी ने संसद में पेश किया था। तब खूब हंगामा भी हुआ था। इस बिल के कानूनी रूप लेने के बाद पुलिस के पास गिरफ्तार व्यक्ति से संबंधित सभी तरह की सूचना से लेकर रेटिना, पैरों के प्रिंट जुटाने और ब्रेन मैपिंग तक करने का अधिकार होगा।
इस बिल में गिरफ्तार किए गए किसी व्यक्ति के निजी बायोलॉजिकल डाटा इकट्ठा करने की छूट देता है। इसमें पुलिस को उंगलियों, पैरों, हथेलियों के निशान, रेटिना स्कैन, भौतिक, जैविक नमूने और उनके विश्लेषण, हस्ताक्षर, लिखावट या अन्य तरह का डाटा एकत्र करने की छूट होगी।
विरोधी दल इसे सरकार की जरूरत से ज्यादा निगरानी और निजता का हनन बता रहे हैं। अगर ये बिल कानून का रूप लेता है तो ये कैदियों की पहचान अधिनियम, 1920 की जगह लेगा। मौजूदा कानून केवल ऐसे कैदियों की सीमित जानकारी एकत्र करने की बात कहता है जो या तो दोषी करार हो चुके हैं या फिर सजा काट रहे हैं। इसमें भी केवल उंगलियों के निशान और पदचिह्न ही लिया जा सकता है।
शाह ने विधेयक पर अपनी बात रखते हुए कहा, ‘मैं चाहता हूं कि सदन के सभी लोग इस पर अपने विचार रखें। मैं भी बाद में डिटेल से इस पर चर्चा करूंगा।’ इस पर तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत रॉय ने कह दिया कि अभी तक हम लोगों ने इसे नहीं पढ़ा है। सौगत रॉय सदन के वरिष्ठ और बुजुर्ग सदस्यों में से एक हैं।
इसका शाह ने अपने अंदाज में जवाब दिया। बोले, ‘नहीं देखेंगे क्योंकि, आप सरकार में नहीं हैं। अभी सरकार बना रही है। मैं बताऊंगा इसके बारे में। सरकार में आप होते तो जरूर देखते दादा।’
फिर शाह ने आगे अपनी बात जारी रखी। बोले, तो दादा ने जो बात कही है, उस पर मैं आगे बताऊंगा। मैं कुछ पॉइंट्स भी सदन के सामने रखूंगा। मैं एडवांस में आश्वस्त करने के लिए कह रहा हूं।
शाह के इतना कहते ही सौगत रॉय ने कहा कि कृपया आप धीरे बोला करिए। आप जब दादा कहते हैं, तो लगता है कि डांटकर बोल रहे हैं। इसपर शाह और सदन के बाकी सदस्य हंसने लगे। शाह ने जवाब दिया। कहा, ‘नहीं… नहीं, मैं कभी किसी को डांटता नहीं। मेरी आवाज जरा ऊंची है। मेरी मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट है।’ इस पर भाजपा समेत विपक्ष के सभी सदस्य हंसने लगे।
फिर शाह ने कश्मीर की बात कही
गृहमंत्री ने टीएमसी सांसद सौगत रॉय को जवाब देते हुए कहा, ‘ना मैं किसी को डांटता हूं और ना ही किसी पर गुस्सा होता हूं। कश्मीर का सवाल होता है तो हो जाता हूं… ऐसे मैं गुस्सा नहीं होता हूं।’