जिले के धान उपार्जन केंद्रों में बनाये गए पक्के चबूतरे, ड्रेनेज एवं धान को ढकने पर्याप्त मात्रा में तिरपाल व कैप कवर आदि की समुचित इंतजाम जिला प्रशासन द्वारा की गई है। इन व्यवस्थाओं के चलते समर्थन मूल्य में खरीदे गए धान उपार्जन केन्द्रों में सुरक्षित भण्डारित है। बारिश की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन पहले सी ही अलर्ट था जिससे बारिश होने पर भी धान को नुकसान नही हुआ। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा के द्वारा जिले में सुव्यवस्थित धान खरीदी हेतु सतत मॉनिटरिंग के निर्देश प्रशासनिक अधिकारियों को दिए गए हैं।
खाद्य अधिकारी श्री रविन्द्र सोनी ने बताया है कि जिले में 46 उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी प्रारंभ होने के पूर्व ही खरीदी के साथ धान को सुरक्षित रख रखाव हेतु आवश्यक व्यवस्था कर ली गई थी। उन्होंने बताया कि आकस्मिक वर्षा से धान को सुरक्षित रखे जाने का प्रमाणपत्र जिला सहकारी बैंक व धान खरीदी प्रभारियों से लिया गया है। उनके द्वारा प्रमाणित किया गया है कि जिले के समस्त केंद्रों में धान सुरक्षित रूप से रखे हुए हैं तथा वर्षा से किसी प्रकार की क्षति नहीं हुई है।
खाद्य अधिकारी ने बताया कि 1 दिसम्बर 2021 से शुरू हुए समर्थन मूल्य में धान खरीदी जिले में 46 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से की जा रही है। अब तक जिले के 21 हजार 69 किसानों से 91 हजार 266 मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई है। खरीदे गए धान में से 24 हजार 946 मीट्रिक टन धान का उठाव सीधे मिलर्स द्वारा कराया गया है। उपार्जन केंद्रों में 66 हजार 320 मीट्रिक टन धान सुरक्षित रूप से भण्डारित है।
उल्लेखनीय है कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण विगत दिनों से जिले में हो रही बारिश को देखते हुए समर्थन मूल्य में खरीदे जा रहे धान को बारिश से बचाने जिला प्रशासन युद्ध स्तर पर जुटा हुआ है। अनुभाग एवं समितिवार निगरानी दल लगातार उपार्जन केंद्रों में व्यवस्थाओं पर डटे है। धान खरीदी एवं धान के सुरक्षित रख-रखाव की निगरानी समितियों में नियमित भ्रमण तथा प्रतिदिन वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से सुनिश्चित की जा रही है।