सुशील मोदी ने यह भी सवाल उठाया कि क्या केजरीवाल विपक्ष की बैठक में भाग लेने के बावजूद दिल्ली और पंजाब में कांग्रेस के साथ सीटें साझा करने को तैयार होंगे?
पटना :
लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा से मुकाबला करने के लिए संयुक्त विपक्षी मोर्चा बनाने के लिए आज पटना में जुट रहे विपक्षी नेताओं पर कटाक्ष करते हुए, भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुशील मोदी ने कहा, “ये जो बारात लगी है, उसमें सभी दूल्हे हैं, बाराती कोई नहीं है.” बताया जा रहा है कि विपक्षी नेताओं की मंत्रणा के दौरान नेतृत्व संबंधी सवालों को दरकिनार कर मिलकर मुकाबला करने की रणनीति पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
सुशील मोदी बोले कि नीतीश कुमार ने एक कार्यक्रम आयोजित किया है, जहां हर कोई खुद को ‘दावेदार’ के रूप में पेश कर रहा है. उन्होंने कहा, “नीतीश जी ने ऐसी बारात लगाई है, जिसमें सब दूल्हे हैं. हर कोई दूसरों से अपनी शर्तें मनवाने में व्यस्त है. (अरविंद) केजरीवाल ने धमकी दी है कि जब तक कांग्रेस अध्यादेश मुद्दे पर सहयोग की घोषणा नहीं करती, वह बैठक में शामिल नहीं होंगे. यह संभव है कि कुछ सहमति भी बन गई है.”
सुशील मोदी ने यह भी सवाल उठाया कि क्या केजरीवाल विपक्ष की बैठक में भाग लेने के बावजूद दिल्ली और पंजाब में कांग्रेस के साथ सीटें साझा करने को तैयार होंगे? सुशील मोदी ने सवाल किया, “दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कांग्रेस के साथ विपक्ष की बैठक में शामिल हो रहे हैं, लेकिन क्या वह दिल्ली और पंजाब में सबसे पुरानी पार्टी के साथ सीट-बंटवारे का समझौता करेंगे?”
उन्होंने पूछो, “केजरीवाल आज भले ही नीतीश कुमार से मिलने गए हों, लेकिन क्या वह पंजाब और दिल्ली में कांग्रेस के लिए सीटें छोड़ेंगे?”
इस बीच, बैठक के लिए पटना पहुंचीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक संयुक्त परिवार की तुलना करते हुए विश्वास जताया कि आगामी लोकसभा चुनाव में विपक्षी दल सामूहिक रूप से राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा से लड़ेंगे. पटना पहुंचने पर ममता बनर्जी ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के संरक्षक और बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव और उनके बेटे और वर्तमान डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मुलाकात की.
बिहार की राजधानी में पत्रकारों से बात करते हुए, ममता बनर्जी ने कहा, “लालू प्रसाद यादव जी से मिलना अद्भुत था. वह एक वरिष्ठ नेता हैं. दुर्भाग्य से, वह इतने दिनों तक जेल में थे और फिर लंबे समय तक अस्पताल में भर्ती रहे. उन्हें देखकर अच्छा लगा. मैं अभी बैठक का विवरण साझा नहीं कर सकती. मैं केवल इतना कह सकती हूं कि हम यहां एक परिवार की तरह सामूहिक रूप से लड़ने के लिए आए हैं.”
विपक्षी दलों की पटना में हो रही इस बैठक में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी नेता अखिलेश यादव, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, एनसीपी नेता शरद पवार, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, उद्धव ठाकरे और अन्य शामिल हो रहे हैं.
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि ऐसे कई नेता हैं, जो देश की बागडोर संभालने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहीं अधिक अनुभवी हैं और सभी विपक्षी नेता बैठक में महागठबंधन पर अपने विचार रखेंगे.