ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्नीकल एजुकेशन (AICTE) ने बड़ा फैसला करते हुए बीटेक स्टूडेंट्स को लेटरल एंट्री मंजूरी दे दी है। AICTE के इस फैसले के बाद अब बीटेक स्टूडेंट्स मुख्य पाठ्यक्रम के अलावा इंजीनियरिंग की अन्य शाखाओं में लेटरल एंट्री ले सकेंगे। इस बारे में AICTE ने शुक्रवार को जानकारी दी।
AICTE ने बताया कि कई स्टूडेंट्स द्वारा लेटरल एंट्री के जरिए अतिरिक्त बीटेक पाठ्यक्रम में एडमिशन के लिए अनुरोध किया जा रहा था। ऐसे में स्टूडेंट्स की मांग को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।AICTE ने कहा कि लेटरल एंट्री के बारे में प्रस्ताव AICTE कार्यकारी समिति के सामने पेश किया गया था। इस पर समिति ने कहा कि टेक्नीकल यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स को बीटेक / बीई में एडमिशन लेने की सुविधा प्रदान कर सकते हैं, जिससे उन्हें बीटेक प्रोग्राम के उपयुक्त स्तर पर इंजीनियरिंग की एक अन्य शाखा में एडमिशन मिल सके।
काउंसिल ने कहा कि इस व्यवस्था के बाद कैंडिडेट्स को अतिरिक्त कार्यक्रम में एडमिशन लेने के बाद उन पाठ्यक्रमों का अध्ययन करने की जरूरत नहीं होगी, जो उन्होंने अपने पहले डिसीप्लीन में पढ़ लिया है साथ ही बीटेक/बीई में कई प्रैक्टिकल परीक्षाएं भी होती हैं, इसलिए स्टूडेंट्स को किसी भी संस्थान में लैटरल एंट्री के दौरान रेगुलर स्टूडेंट के तौर में ही एडमिशन लेना होगा।इसके अलावा AICTE ने अब एडिशनल डिग्री कोर्स की अवधि को बढ़ा दिया है। पहले यह कोर्स दो साल का हुआ करता था, लेकिन अब इस तीन साल का कर दिया है। काउंसिल के मुताबिक कोर डिसिप्लीन में क्रेडिट पर कोई समझौता न हो इसलिए यह अवधि बढ़ाई गई है। इसके साथ ही काउंसिल ने इंस्टीट्यूट से अपने नियमों में जरूरी बदलाव करने और बीटेक स्टूडेंट्स को अतिरिक्त पाठ्यक्रम प्रदान करने के लिए उचित कदम उठाने के भी निर्देश दिए हैं।