बचपन से शौक था एयर फोर्स में जाऊं। कोशिश भी बहुत की। रिश्तेदारों के घर गया, जिससे जो जानकारी मिल सकती थी वो सब इकट्ठा की। पैसों के लिए प्राइवेट नौकरी भी की, लेकिन सफल नहीं हो पाया। जरूरी काम से एक बार बेंगलुरू गया। वहां मेरी मुलाकात एयरफोर्स आफिसर से हुई। उनसे काफी प्रभावित था। मैंने सोचा कि मैं तो एयर फोर्स में नहीं जा पाया लेकिन मेरा बेटा सेना में जाए। यह कहना है राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज में सिलेक्ट हुए आदित्य सिंह के पिता जय प्रकाश सिंह का। हाल ही में आरआईएमसी की मेरिट लिस्ट जारी हुई। इसमें छत्तीसगढ़ से सिर्फ इनका चयन हुआ है। वे यहां एनडीए के लिए तैयार होंगे। आदित्य व उनका परिवार फरसगांव (कोंडागांव) में रहता है। पिता ने बताया कि वे यूट्यूब पर सेना के लिए पढ़ाई व इससे संबंधित वीडियो देखते था। एक दिन नजर एक वीडियो पर पड़ी, जो राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज देहरादून के बारे में थी। तभी सोच लिया कि यहां के लिए तैयारी करानी है। यहां एडमिशन के लिए कंपीटिशन ज्यादा था। इसलिए कोचिंग सर्च किया। ऑनलाइन पता चला कि फरिदाबाद में एक कोचिंग है, जो इस स्कूल की प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराती है। फरसगांव में मेरी एक दुकान जनरल स्टोर है। ऐसे में वहां भेजकर पढ़ाना आसान नहीं था। यह भगवान की मर्जी की थी कोचिंग ने स्कॉलरशिप के लिए टेस्ट लिया। इसमें मेरा बेटा सिलेक्ट हुआ और सौ फीसदी स्कॉलरशिप मिली। इस वजह से खाने-रहने और पढ़ने का काेई खर्च नहीं हुआ। रात दो बजे तक करते थे पढ़ाई
आदित्य ने बताया कि जनवरी में कोचिंग में गए थे। शुरुआत में काफी दिक्कत हुई। क्योंकि, वहां लगातार क्लासेस चलती थी। बीच-बीच में 15 मिनट का ब्रेक मिलता था। 12 बजे तक यह चलती थी। इसके बाद फिर दो घंटे सेल्फ स्टडीज करना पड़ता था। इसके लिए रात दो बजे तक जगते थे। इसके बाद आदत हो गई। वहां इंग्लिश राइटिंग सीखा। शुरुआत में इंग्लिश में 50 शब्द भी लिखना कठिन था। अब दो सौ से ज्यादा लिखते हैं। इसी तरह डाउट भी क्लियर हुआ। एक महीने बाद आदत हो गई। यहां से एनडीए जाना है, यही लक्ष्य है। हर राज्य के लिए एक सीट
राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज (आरआईएमसी) देहरादून देश का प्रतिष्ठित स्कूल है। नेशनल डिफेंस एडकेमी (एनडीए) जैसे संस्थाओं के लिए फीडर संस्थान भी माना जाता था। यहां से पढ़े ज्यादातर बच्चे सेना में अफसर बनते हैं। यहां प्रत्येक राज्य के लिए एक या दो सीट का कोटा है। छत्तीसगढ़ में एक सीट है। इसके अलावा अन्य राज्यों में भी एक या दो सीट है। यहां आठवीं में प्रवेश दिया जाता है। इसके लिए राष्ट्रीय स्तर पर प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है। यह परीक्षा कुल 400 अंकों के लिए होती है। इसमें इंग्लिश 125 अंक, सामान्य ज्ञान 75 और गणित 200 अंकों का होता है। इसके बाद फिर वाइवा और अंतिम में मेडिकल होता है।