अडानी विल्मर (Adani Wilmer Share Price) के शेयरों की कीमतों में पिछले तीन महीने के दौरान 250 प्रतिशत की उछाल देखने को मिली है। यानी निवेशकों की इस दौरान छप्पड़रफाड़ कमाई हुई है। कंपनी के स्टाॅक की कीमत 8 फरवरी 2022 को 221 रुपये से बढ़कर मंगलवार को 803 रुपये हो गई। बता दें, अडानी विल्मर आईपीओ 27 जनवरी 2022 को ओपन हुआ था। तब इश्यू प्राइस बैंड 218 रुपये से 230 रुपये था।

कंपनी ने इस साल के शुरुआत में आईपीओ (IPO) के जरिए 3600 करोड़ रुपये जुटाए थे। मौजूदा समय में अडानी विल्मर का मार्केट कैप 1 लाख करोड़ रुपये का है। सवाल है कि क्या आने वाले समय में अडानी विल्मर के शेयर की कीमतों में तेजी बरकरार रहेगी या नहीं। आइए जानते हैं क्या कह रहे हैं

अडानी विल्मर के शेयरों में उछाल की असली वजह क्या है? 

स्वास्तिक इंवेस्टमेंट लिमिटेड के हेड रिसर्च संतोष मीणा के अनुसार रूस और यूक्रेन युद्ध की वजह से खाद्य तेल की कीमतों में उछाल देखी जा रही है। यूक्रेन सोयाबीन सहित कई खाद्य तेल का मुख्य उत्पादक देश है। वहीं, इंडोनेशिया और मलेशिया के प्रतिबंध की वजह से एक बार फिर सप्लाई प्रभावित होगी। इन्हीं सब वजहों से खाद्य तेल की कीमतों में उछाल देखने को मिल रही है, जिसका फायदा भारत में अडानी विल्मर जैसी कंपनियों को हो रहा है।

IIFL सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता के अनुसार, ‘अडानी विल्मर के शेयर की कीमतों में उछाल की वजह सोया कीमतों में आई तेजी है। अभी हाल ही इंडोनेशिया और मलेशिया ने पाॅम ऑयल के एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध लगा दिया है। जिसके बाद एक बार फिर कीमतों में तेजी देखने को मिल सकती है।’ जिस वजह से अडानी विल्मर का मार्जिन बढ़ सकता है।

अनुज गुप्ता के अनुसार शार्ट टर्म में कंपनी के शेयर का भाव 900 रुपये से 935 रुपये तक पहुंच सकता है। वहीं, अनुज गुप्ता सलाह देते हैं कि लो प्राइस 735 रुपये पर रखना है। बता दें, अडानी विल्मर गौतम अडानी और सिंगापुर के विल्मर ग्रुप द्वारा संचालित की जाती है।

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