मौसम विभाग के अनुसार 20 अगस्त को उत्तराखंड में कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बरसात के आसार हैं, इसके अलावा हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार में कुछ जगहों पर भारी बरसात की चेतावनी जारी की गई है।
पिछले कुछ दिनों से देशभर में मानसून की बरसात की जो कमी देखने को मिल रही है वह आने वाले दिनों में दूर हो सकती है। भारतीय मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि गुरुवार से देश के कई राज्यों में बरसात फिर से शुरू होने वाली है और आने वाले दिनों में इसमें और बढ़ोतरी हो सकती है। अबतक बीते मानसून सीजन के दौरान देशभर में सामान्य के मुकाबले कम बरसात दर्ज की गई है।
भारतीय मौसम विभाग ने जो अनुमान जारी किया है उसके अनुसार 19 अगस्त यानि गुरुवार को उत्तराखंड में कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बरसात हो सकती है, इसके अलावा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, विदर्भ, झारखंड ओडिशा और गुजरात क्षेत्र में भी कुछ जगहों पर भारी बरसात का अनुमान लगाया गया है। 19 जुलाई को ही पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, बिहार और झारखंड में कुछ जगहों पर गरज के साथ बिजली गिरने की आशंका भी है। इसी दिन अरब सागर में 60 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की आशंका है और मछुवारों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
20 अगस्त को कहां बरसात
मौसम विभाग के अनुसार 20 अगस्त को उत्तराखंड में कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बरसात के आसार हैं, इसके अलावा हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार में कुछ जगहों पर भारी बरसात की चेतावनी जारी की गई है। इन राज्यों में कुछ जगहों पर 20 अगस्त को बिजली गिरने की चेतावनी भी है।
21 अगस्त के मौसम का हाल
मौसम विभाग के अनुसार 21 अगस्त यानि शनिवार को उत्तराखंड, बिहार, पूर्वोत्तर के राज्यों, तमिलनाडु और पुडुचेरी में कुछ जगहों पर भारी बरसात हो सकती है। तेलंगाना, तमिलनाडु और पुडुचेरी में कुछ जगहों पर बिजली गिरने की चेतावनी भी जारी की गई है।
मानसून सीजन में अबतक 9% कम बरसात
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार अबतक बीते मानसून सीजन के दौरान देशभर में सामान्य के मुकाबले 9 प्रतिशत कम बरसात दर्ज की गई है। पहली जून से 17 अगस्त तक देशभर में औसतन 559.3 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है जबकि सामान्य तौर पर इस दौरान 612.1 मिलीमीटर बारिश होती है। मौसम विभाग के अनुसार गुजरात, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में मानसून सीजन के दौरान बारिश की ज्यादा कमी दर्ज की गई है।