अमरकंटक दर्शन कर लौट रहे एक ही परिवार के 14 लोगांे को सिलतरा के पास ट्रक ने रौंद दिया। हादसे में दो बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 12 लोग घायल हैं। इसमें दो बच्चों की हालत नाजुक है, जिन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया है। बाकी लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई। हादसे के बाद ट्रक चालक को पकड़ लिया गया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार धमतरी निवासी धर्मेंद्र साहू अपने परिवार के साथ 26 दिसंबर को जगन्नाथपुरी गए थे। दर्शन करने के बाद अमरकंटक आ गए और वहां से लौटते वक्त सोमवार रात 1.30 बजे सिलतरा के ब्रिज के बाद उनकी गाड़ी बंद हो गई। ड्राइवर ने गाड़ी किनारे किया और रिपेयर करना शुरू कर दिया। गाड़ी में बैठे लोग नीचे उतर गए और डिवाइडर पर जाकर बैठ गए। बिलासपुर की ओर से आ रहे ट्रक ने खड़ी गाड़ी को जोरदार टक्कर मारा। डिवाइडर पर बैठे लोगों को रौंदते हुए आगे निकल गया। कुछ दूर जाकर ड्राइवर ने ट्रक रोक दिया। हादसे में निर्मल साहू का बेटा आराध्य साहू (12) और धर्मेंद्र की बेटी मोनिका साहू (14) की मौत हो गई। वहीं, धर्मेंद्र साहू, लीना साहू, माही साहू, निर्मल साहू, निशा साहू, प्रार्थना साहू, ओम प्रकाश साहू, गीतांजली साहू, प्रेरणा साहू, दीक्षा साहू, कृतेश साहू और ड्राइवर नरोत्तम साहू घायल हैं। सभी को आधी रात अंबेडकर अस्पताल लाया गया। वहां से दो लोगों को पचपेड़ी नाका के निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया है। दो बच्चों की हालत नाजुक है। गाड़ी की लाइट ऑन थी, फिर भी नहीं दिखी
सिलतरा के आसपास वालों ने बताया कि ओवरब्रिज के पास गाड़ी को खड़ी कर रिपेयर किया जा रहा था। गाड़ी की आगे-पीछे की लाइट चालू थी। गाड़ी के पास ही डिवाइडर पर महिला और बच्चे बैठे थे। इसमें चार महिला और चार पुरुष थे। एक ड्राइवर और बाकी बच्चे थे। ट्रक सीधे आकर गाड़ी से टकरा गया। फिर रौंदते हुए निकला। लोगों को भागने का मौका नहीं मिला। आसपास चीख-पुकार मच गई। दो बच्चे ट्रक के चक्के के नीचे आ गए। बाकी लोग भी सड़क पर ही पड़े हुए थे। सभी को वहां से उठाया गया और एंबुलेंस से अस्पताल रवाना किया गया।