अरविंद केजरीवाल ने इस महीने INDIA में अंदरूनी कलह की बात को ज्यादा महत्व नहीं दिया था और एक बार फिर उन्होंने अशांत माहौल को शांत करने की कोशिश की है.
नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने शुक्रवार को कहा कि आम आदमी पार्टी (AAM Aadmi Party) विपक्षी गठबंधन “INDIA (Indian National Developmental Inclusive Alliance) के प्रति पूरी तरह से समर्पित” है. केजरीवाल का बयान ऐसे वक्त में आया है जब उनकी पार्टी और कांग्रेस नेताओं के बीच पंजाब में ड्रग्स के आरोपों को लेकर विधायक सुखपाल खैरा की गिरफ्तारी मामले को लेकर विवाद चल रहा है. आप और कांग्रेस के बीच छिड़े घमासान के बीच जानिए इससे जुड़ी 10 बड़ी बातें.
मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :
- अरविंद केजरीवाल ने इस महीने INDIA में अंदरूनी कलह की बात को ज्यादा महत्व नहीं दिया था और एक बार फिर उन्होंने अशांत माहौल को शांत करने की कोशिश की है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “आप INDIA के लिए समर्पित है.आप INDIA गठबंधन से अलग नहीं होगी.”
- हालांकि केजरीवाल ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी नशीली दवाओं के खिलाफ युद्ध के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा, “मुझे पता चला है कि पंजाब पुलिस ने कल कांग्रेस नेता को गिरफ्तार किया है. मेरे पास डिटेल नहीं है. आप पुलिस से प्राप्त कर सकते हैं. हमने नशीली दवाओं के खिलाफ युद्ध छेड़ा है. मैं किसी भी व्यक्तिगत मामले पर टिप्पणी नहीं करूंगा, लेकिन हम इस बुरी आदत को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.”
- 2015 के ड्रग्स मामले में खैरा की गिरफ्तारी ने AAP बनाम कांग्रेस की लड़ाई को और तेज कर दिया है. दोनों INDIA गठबंधन का हिस्सा हैं, जो इस साल पांच राज्यों में होने वाले चुनावों और 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को हराने के लिए मिलकर काम करने की उम्मीद कर रहे हैं. हाल ही में दोनों के बीच पंजाब की 13 लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत की उम्मीद की जा रही थी.
- इससे पहले आज सूत्रों ने कहा कि पंजाब कांग्रेस के नेताओं ने अपने आलाकमान को बताया कि AAP वरिष्ठ नेताओं को “निशाना” बना रही है. साथ ही उन्होंने पूर्व मंत्रियों साधु सिंह धर्मसोत, भारत भूषण आशु और पूर्व उपमुख्यमंत्री ओपी सोनी की गिरफ्तारी का हवाला दिया. इन तीनों को सुखपाल सिंह खैरा से पहले गिरफ्तार किया गया था, जो अब पुलिस हिरासत में हैं.
- कांग्रेस के पंजाब प्रमुख अमरिंदर राजा वारिंग का दावा है कि उन्हें खैरा से मिलने से रोका गया. उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान और पुलिस दोनों पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को खैरा के खिलाफ “झूठे मामले” के बारे में जानकारी दी गई थी. उन्होंने घोषणा की, “हम चुप नहीं रह सकते. हम अंत तक लड़ेंगे.”
- AAP ने “राजनीतिक प्रतिशोध” के दावों को खारिज करते हुए जोर देकर कहा कि सुखपाल खैरा की गिरफ्तारी ड्रग्स के खिलाफ उसकी “जीरो टॉलरेंस नीति” का हिस्सा है. आप पंजाब के एक प्रवक्ता ने कहा कि “पर्याप्त स्वीकार्य सबूत” मिले हैं. उन्होंने पूर्ववर्ती शिरोमणि अकाली दल सरकार को उस वक्त खैरा को गिरफ्तार नहीं करने के लिए दोषी ठहराया.
- INDIA की योजनाओं के हिस्से के रूप में AAP और कांग्रेस को तीन राज्यों पंजाब और दिल्ली (जहां AAP सत्ता में है) और भाजपा शासित गुजरात में सीटों का बंटवारा करना था, जहां कुल 46 लोकसभा सीटें हैं. हालांकि क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्विता के बीच खैरा की गिरफ्तारी को लेकर उपजे तनाव ने किसी भी समझौते को खतरे में डाल दिया है.
- खैरा की गिरफ्तारी इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि वह राज्य में AAP के साथ समझौते को लेकर विशेष रूप से मुखर रहे हैं. वह कांग्रेस के किसान प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं और इसलिए पार्टी पदाधिकारी और विधायक दोनों हैं.
- इस विवाद को लेकर अपनी पहली टिप्पणी में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि “अगर कोई हमारे साथ अन्याय करता है, तो हम उसे बर्दाश्त करने वालों में से नहीं हैं.” उन्होंने कहा, “मैंने इसकी डिटेल मांगी है, लेकिन मामला कुछ भी हो अगर कोई अन्याय करता है तो वह ज्यादा दिनों तक बचा नहीं रह पाता है.”
- इस मामले में पंजाब के मंत्री अनमोल गगन मान ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जोर दिया है कि आप सभी 13 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. पिछले साल पंजाब विधानसभा चुनाव में AAP ने कांग्रेस को हराया था और आश्चर्यजनक और प्रभावशाली जीत दर्ज की थी. चुनाव में आप को 92 और कांग्रेस को 18 सीटें मिली थीं.