कलेक्टर श्री ऋतुराज रघुवंशी के के निर्देश पर जिले के राष्ट्रीय एवं राजकीय सड़कों (विशेषकर नेशनल हाईवे) एवं अन्य मुख्य मार्गो पर आवारा पशुओं के कारण हो रही दुर्घटनाओं को रोकने रोका-छेका अभियान के तहत घुमंतु पशुओं के नियंत्रण के लिए पशुधन विकास विभाग, नगर निगम एवं पुलिस प्रशासन द्वारा सयुंक्त कार्यवाही की जा रही है।
उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं ने बताया कि जिले में घुमंतु पशुओं के व्यवस्थापन हेतु 07 गौशाला एवं 135 कांजी हाउस संचालित किये जा रहें हैं। सभी प्रमुख मार्गो पर पशुधन विकास विभाग द्वारा भ्रमण कर नगर निगम/नगर पंचायत, पुलिस प्रशासन,पंचायत एवं अशासकीय पशु संगठन के सहयोग से अब तक 194 घुमंतु पशुओं में रेडियम बेल्ट एवं 130 पशुओं में टैंगिंग तथा 114 पशुओं को नगर निगम गौठान अर्जुनी में व्यवस्थापित किया गया है।  किसी प्रकार की अप्रत्याशित दुर्घटना को रोकने हेतु गौशाला/गौठानों एवं कांजी हाउस में पशु चारा एवं पशु स्वास्थ्य रक्षा हेतु उचित व्यवस्था की गई है।
इसके अलावा पशुपालकों के व्यवहार परिवर्तन के उद्देश्य से मुनादी एवं कृषक संगोष्ठी के माध्यम से पशुपालको को अपने पशुओं को खुला न छोड़ने हेतु निरंतर समझाईश भी दी जा रही है। सड़क पर पाये गये पशुओं के निजी मालिक होने एवं बार-बार समझाईश देने के बाद भी सार्वजानिक स्थानों में पशु मिलने पर संबंधित नगर निगम/नगर पंचायत द्वारा अर्थदण्ड अधिरोपित किये जाने की कार्यवाही की जा रही है, जिसके अनुसार अब तक नगर निगम एवं नगर पंचायत द्वारा 49 पशुपालकों से 24 हजार रूपये अर्थदण्ड वसूला गया है।
घुमंतु पशुओं के नियंत्रण हेतु उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवायें धमतरी कार्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जिसका दूरभाष क्रमांक 07722-235352 है, जो कि सुबह 10 से २ााम 05:30 बजे तक संचालित रहता है। उक्त नंबर पर कॉल करने पर सड़कों पर घुमंतु पशुओं की विभाग द्वारा पशु टेंगिग एवं रेडियम बेल्ट तथा नगर निगम व पंचायत के सहयोग से कांजी हाउस/गौशाला/गौठानों में पशु व्यवस्थापन की कार्यवाही की जा रही है।

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