छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में गांजा समेत कई नशीली दवाओं का नष्टी करण किया गया है। भौतिक सत्यापन के बाद इसे एमएसपी फैक्ट्री के भट्ठी में जलाकर नष्ट किया गया है। नष्टीकरण की कार्रवाई करीब 2 साल बाद की गई है। मिली जानकारी के मुताबिक जिले के कई थाना क्षेत्र में अवैध रूप से गांजा समेत अन्य नशीली दवाओं की बिक्री की जा रही थी। जिस पर कार्रवाई करते हुए करीब 8 थाना क्षेत्र में पुलिस द्वारा मादक पदार्थों की जब्ती की गई थी। मादक पदार्थों के निपटान के लिए गठित जिला स्तरीय औषधि निपटान समिति द्वारा अलग-अलग थानों में जब्त मादक पदार्थों का भौतिक सत्यापन कर आज उन्हें नष्ट करने की प्रक्रिया पूरी की गई। एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज 25 मामलों में जब्त मादक पदार्थों में 422.259 किलोग्राम गांजा, 1132 नग सिरप, 1425 नग टेबलेट कैप्सूल और 44 नग इंजेक्शन एम्पुल शामिल थे। फैक्ट्री के भट्ठी में डाला गया
क्षेत्रीय पर्यावरण अधिकारी से अनुमति लेकर इन सभी मादक पदार्थों को एमएसपी स्टील एंड पावर लिमिटेड जामगांव की भट्ठी में जलाकर नष्ट किया गया। इस दौरान पुलिस के अधिकारी मौजूद थे। 22 गांजा व 3 नशीली दवाओं के प्रकरण
जिले के अलग-अलग थाना में 22 गांजा व 3 नशीली दवाओं के कुल 25 प्रकरण थे। जिसमें लैलूंगा थाना के 7, कोतवाली थाना 6, पुसौर थाना के 3, चक्रधरनगर, जूटमिल व घरघोड़ा थाना क्षेत्र के 2-2, कोतरारोड और छाल थाना के 1-1 प्रकरण थे।

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