गणतंत्र दिवस पर राज्यपाल रमेन डेका ने प्रदेश के 3 बच्चों को राज्य वीरत पुरस्कार से सम्मानित किया। इनमें बलौदा बाजार के पोषण जायासवाल और कुणाल कोशले और नक्सल प्रभावित इलाके दंतेवाड़ा के जयंत कुमार मरकार को राज्यपाल ने मैडल प्रशस्ति प्रमाण के साथ 25 हजार रुपए की पुरस्कार राशि दी। दंतेवाड़ा से आने वाले जयंत कुमार मरकाम ने पुरस्कार पाने के दौरान कहा कि वे सम्मानित होकर बहुत खुश है। जयंत ने कहा बस्तर में हो रहे नक्सल हिंसा और पुलिस मुठभेड़ को लेकर कहा इन सारी चीजों गांव वाले और सभी जूझते है। इसलिए दोनों पक्ष समझे और बस्तर क्षेत्र में विकास और शांति हो। मीड डे मील के दौरान आग को बुझाया जयंत कुमार को राज्य वीरता पुरस्कार उनके सूझ बूझ और स्कूल में गंभीर हादसा होने से बचाने के लिए सम्मानित किया गया है। 17 अगस्त 2024 को स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूल कुआकोण्डा में मध्याह्न भोजन बनाते समय अचानक गैस चूल्हा का गैस पाइप कनेक्शन निकल जाने के कारण चूल्हा में आग किचन शेड में फैल गई थी। जिसके कारण रसोइया घर से बाहर निकले तथा भड़कती आग को रसोइयों ने पानी एवं रेत से बुझाने की कोशिश किया गया लेकिन आग और बढ़ गई तथा नियंत्रण नहीं हो पाई। उसी समय जयंत मरकाम जो कक्षा 12वीं का छात्र ने वहां जाकर देखा अपनी सूझ बूझ का परिचय देते हुए फायर सेफ्टी की ओर दौड़कर तुरंत लाया एवं आग बुझाने लगा और आग बुझाने में सफल रहा, जिसके कारण गंभीर दुर्घटना होने से बचाया। दो दोस्तों ने बुझाई सूने घर बलौदा बाजार पलारी के रहने वाले 2 दोस्तों पोषण जायसवाल और कुणाल कोशले 20 जून 2024 को एक घर में लगी आग को बुझाया और एक बड़ी घटना होने से बचाया । एक घर में महिला ने घर के आंगन में स्थित तुलसी चौरा जो में पूजा करके दीया जलाकर बाहर चले गई थी। उस दौरान घर में कोई नहीं था। अचानक हवा से दीये की लौ से खिड़की के पर्दे में आग लग गयी और धीरे-धीरे आग पूरे कमरे में लगने लगी। घर से उठते धुएं को देखकर पास में खेल रहे पोषण जायसवाल और कुणाल कोशले ने घर में लगी आग आग को बुझाने के लिए पत्थर के घर का ताला तोड़ा और एवं धू-धू जलती आग को देखकर अपना घर की पानी टंकी से बाल्टी में पानी ले जाकर आग को बुझाया और एक बड़ी घटना होते-होते बच गई, जिससे न केवल घर का समान बचा, बल्कि घर में बड़ा नुकसान होने से बचाया।