भारी बारिश से उत्तर भारत के कई हिस्सों के हालात गंभीर हो गए हैं। पहाड़ों पर भूस्खलन की चुनौती खड़ी हो गई है, तो मौदानी इलाकों में बाढ़ का कहर है। यूपी और बिहार में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। दोनों राज्यों में नदी के तटवर्ती इलाकों में बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है। सड़कें पानी में डूब गई हैं और घरों में पानी भर गया है। लोग पलायन को मजबूर हैं।

बिहार के तटवर्ती जिलों में 22 लाख से अधिक की आबादी पानी से घिर गई है। राज्य में 12 जिले ऐसे हैं, जहां से गंगा गुजरती है। बक्सर, भोजपुर, पटना, सारण, वैशाली, बेगूसराय, मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर और कटिहार के दियारा इलाके के सैकड़ों गांव जलमग्न हैं और हजारों की आबादी प्रभावित है। राजधानी पटना से सटे दानापुर के कई गांवों में पानी घुस गया है। लोग पलायन करने लगे हैं।
CM नीतीश बोले- ठीक से हो बाढ़ से नुकसान का आंकलन
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को आरा और सारण जिले के बाढ़ पीड़ित इलाकों का जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने कहा, ‘बाढ़ पीड़ित इलाकों में हुई क्षति का आंकलन ठीक से हो। किसानों की धान रोपनी के नुकसान का भी आंकलन कराया जाए। अधिकारी-कर्मचारी, पीड़ित लोगों से संपर्क बनाए रखें और पूरी तत्परता के सबकी सहायता करें।’UP के 23 जिलों में 5 लाख से अधिक की आबादी बाढ़ से प्रभावित
उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे में 13.1 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 154% अधिक है। UP के 23 जिलों के 1,243 गांवों में 5 लाख 46 हजार से अधिक की आबादी बाढ़ से प्रभावित है। सिंचाई विभाग ने बताया है कि बदायूं, प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, गाजीपुर और बलिया जिले में गंगा नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। इसी तरह औरैया, जालौन, हमीरपुर, बांदा और प्रयागराज में यमुना भी खतरे के निशान के ऊपर है।
गंगा से लगते जिलों में बारिश का अलर्ट
गंगा से लगते जिलों में आज भी भारी बारिश का अलर्ट जारी है। पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के गंगा से लगते इलाकों में 14 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
दिल्ली में अगस्त में अब तक 54% बारिश कम हुई
मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली में अगस्त में अब तक करीब 54% बारिश की कमी दर्ज हुई है। हालांकि, जुलाई में तकरीबन 507.1 मिमी बारिश हुई, जो औसत 210.6 मिमी से दोगुने से ज्यादा थी। अधिकारियों ने बताया कि आने वाले 10 दिनों में दिल्ली में बारिश के आसार हैं।

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