छत्तीसगढ़ में कल  विधानसभा में हुए हंगामा के बाद कांग्रेस की जोर आजमाइश जारी है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री निवास में सीएम भूपेश ने एक बार फिर से  कैबिनेट की बैठक बुलायी। हलाकि इस बैठक में मंत्री सिंह देव शामिल नहीं हुए। इससे साफ जाहिर है कि बृहस्पत सिंह के साथ हुए विवाद में सिंह देव की नाराजगी बरकरार है।

विधानसभा में मुख्यमंत्री की बैठक में (Show Cause Notice) सिंहदेव और बृहस्पत मामले पर निराकरण नहीं हो पाया। जिसके बाद सिंह देव ने कहा था कि उन्होंने बैठक के बाद सुलह के मुद्दे पर दो टूक कह दिया कि, ये भविष्य के गर्भ में है। वहीं सदन में कल शामिल होने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि परिस्थिति जैसी रहेगी, उसके हिसाब से वो निर्णय लेंगे। सबसे बड़ी बात ये है कि सिंहदेव में सबसे ज्यादा पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं की एकजुटता देखी जा रही है। कार्यकर्ताओं ने भी बृहस्पत सिंह पर आलाकमान पर कार्रवाई करने लिखित शिकायत भी की है।

एआईसीसी ने हस्तक्षेप करते हुए प्रभारी पुनिया को निर्देशित किया। पीएल पुनिया ने बृहस्पत सिंह द्वारा लगाए गए आरोप पर कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। नोटिस जारी करते हुए पुनिया ने कहा की बृहस्पत सिंह कारण बताओ नोटिस का जवाब दें। यदि जवाब संतुष्टि पूर्ण नहीं होता है तो उन पर अनुशासनहीनता की कार्रवाई निश्चित है। आपको बता दें कि बुधवार को विधानसभा में सरकार की ओर से इस मामले में पक्ष रखा जाएगा। इससे ठीक पहले विधायक पर शोकास नोटिस जारी किया गया है ताकि विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे सवाल को शांत किया जा सके। वहीं माना जा रहा है कि यह नोटिस टीएस सिंहदेव की नाराजगी को भी कम करने कोशिश हो सकती है।

 

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