बुलंदशहर, महाराष्ट्र | माता-पिता बच्ची को एक मंदिर के बाहर छोड़ गए। मां-बाप ने बेटी से बेरहमी से नाता तोड़ लिया लेकिन अपने शहर की एक महिला ने उससे जीवनभर का नाता जोड़ लिया है। अब बच्ची जिले के किन्नर आश्रम में रहेगी। उसके संरक्षक की भूमिका में होंगी रंजना अग्रवाल। बच्ची की उम्र तीन माह है। वह कहां की है, कौन मां-बाप है, इस बारे में केवल इतना पता है कि श्रीकृष्ण मंदिर महानुभाव आश्रम पैठण रोड औरंगाबाद महाराष्ट्र में यह बच्ची सीढ़ियों पर पड़ी मिली थी।
सेवादारों के मुताबिक, लग्जरी कार सवार दंपती बच्ची को छोड़ गया था। सेवादारों ने भगवान का प्रसाद समझकर उसे संभाला। जब उसके किन्नर होने का पता चला तो चिंता बढ़ गई। गूगल को खंगाला तो पता चला कि बुलंदशहर में किन्नरों को संरक्षण व सुरक्षा देने वाला एकमात्र आश्रम है।