राज्यसभा में केंद्रीय संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव से कागज छीनकर फाड़ने वाले टीएमसी सांसद शांतनु सेन को सस्पेंड कर दिया गया है, शांतनु सेन अब मॉनसून सत्र के बाकी के सेशन में सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं ले पाएंगे. सस्पेंशन के बाद राज्यसभा के सभापति ने उन्हें बाहर जाने के लिए कहा. शुक्रवार को शांतनु सेन को सदन की बाकी कार्यवाही से बाहर रखने के लिए प्रस्ताव पेश था. सभापति ने इसी प्रस्ताव पर कार्रवाई की है.
गुरुवार को टीएमसी सांसद शांतनु सेन ने राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान सूचना प्रौद्योगिकी और संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथों से कागज छीन कर उसे फाड़ दिया था और हवा में फेंक दिया था. केंद्रीय मंत्री वैष्णव उस समय राज्य सभा में पेगासस सॉफ्टवेयर के जरिए जासूसी करने संबंधी खबरों और इस मामले में विपक्ष के आरोपों पर बयान दे रहे थे.
कौन हैं सांसद शांतनु सेन?
टीएमसी सांसद शांतनु सेन पेशे से डॉक्टर हैं. डॉक्टर शांतनु सेन इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के प्रेसिडेंट भी रह चुके हैं. नॉर्थ कोलकाता के रहने वाले शांतनु एक समय कोलकाता में टीएमसी काउंसलर हुआ करते थे. आरोप के मुताबिक शांतनु सेन जब काउंसलर थे तब से इलाके में कट मनी वसूलते रहे हैं. बता दें कि 2019 में ही ममता बनर्जी ने सार्वजनिक तौर पर अपील की थी कि जो लोग कट मनी लेते रहे हैं वह टीएमसी नेता कट मनी वापस करें. इसी अपील के बाद प्रमोटर सुमंत्र चौधरी ने आरोप लगाया था जो उस वक्त काफी चर्चित हुआ था.