छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में मस्तूरी जनपद पंचायत के पूर्व CEO डीआर जोगी को पुलिस ने गबन के मामले गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि उन्होंने विकास कार्यों के लिए पंचायत को मिले 7.29 लाख रुपए धोखाधड़ी के जरिए किसी और के खाते में ट्रांसफर करा दिए। इस फर्जीवाड़े में जिला पंचायत सहायक प्रबंधक और कोकड़ी गांव के पूर्व सरंपच सहित 5 अन्य की तलाश की जा रही है। फर्जीवाड़े को लेकर पंचायत में पदस्थ लेखपाल गायत्री गुप्ता ने पचपेड़ी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
जानकारी के मुताबिक, जनवरी 2020 में ग्राम कोकड़ी को विकास कार्यों के लिए रुपए दिए गए थे। इन रुपयों को बिना किसी हस्ताक्षर के पंचायत के खाते से गायत्री ट्रेडर्स के अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया गया। इसे लेकर तत्कालीन जिला पंचायत सहायक प्रबंधक विजय जायसवाल, जनपद CEO डीआर जोगी, सरपंच दिनेश कुमार पटेल, सचिव रामनारायण सूर्यवंशी और पंचायत में क्लर्क सुरेश कुमार पर मामला दर्ज कराया गया। जांच में सही मिलने पर पुलिस ने आरोपी पूर्व CEO को गिरफ्तार कर लिया।
तीन माह पहले भी मिली थी अनियमितता
मार्च में जिला पंचायत CEO हरिस एस ने ग्राम पंचायत खुडूभाठा समेत रूर्बन मिशन योजना के सभी 5 गांवों खुडूभाठा, किसान परसदा, भदौरा, मोहतरा और जयरामनगर निरीक्षण किया था। निरीक्षण में गड़बड़ी मिलने पर उन्होंने सभी पंचायतों के 5 साल की आय-व्यय जांच के निर्देश दिए थे। इसके बाद जांच टीम ने पंचायत खुडूभाठा में ही 73 लाख रुपए की गड़बड़ी पकड़ी। इसके बाद जनपद पंचायत सचिव सुनील सोनी को निलंबित कर दिया गया था।