राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन में कहा, “हम बहुत बुरा उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं… यहां से बाहर लोगों को मोहभंग हो रहा है… इस तरह का प्रदर्शन… हमें बहुत-बहुत बदनाम करता है…”
नई दिल्ली:
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को मंगलवार को उस समय राज्यसभा में आसन से उठ खड़े होकर सांसदों को याद दिलाना पड़ा कि ‘हम बच्चे नहीं हैं…’, जब कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे के स्वतंत्रता संग्राम में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का ‘कतई कोई योगदान नहीं’ वाले हालिया बयान को लेकर हंगामा जारी था.
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन में कहा, “हम बहुत बुरा उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं… यहां से बाहर लोगों को मोहभंग हो रहा है… इस तरह का प्रदर्शन… हमें बहुत-बहुत बदनाम करता है…”
आसन से उठकर सत्तापक्ष तथा विपक्ष के बेंचों की तरफ बारी-बारी इशारा कर उन्होंने शोर-शराबे के बीच अपनी बात रखने की कोशिश की, लेकिन उसके लिए उन्हें कई बार ‘एक सेकंड, एक सेकंड’ कहना पड़ा. फिर वह बोले, “यहां तक कि आसन की ओर से जो कहा जा रहा है, जो सबके लिए है, उसे भी आप लोग नहीं मान रहे हैं… हम लोगों का माहौल कितना दर्दनाक हो चुका है… मेरा विश्वास करें, 135 करोड़ लोग हम पर हंस रहे हैं… वे सोच रहे हैं, हैरान हो रहे हैं – हम किस स्तर तक गिर गए हैं…”
जगदीप धनखड़ उस समय नाराज़ होते दिखे, जब BJP-नीत गठबंधन के सदस्यों ने नेता प्रतिपक्ष तथा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के वक्तव्य के दौरान हंगामा किया, जब खरग ने राजस्थान की रैली में किए गए दावे को दोहराया, हालांकि मंगलवार को उन्होंने ‘कुत्ते से तुलना’ का ज़िक्र नहीं किया.