जोधपुर के बालेसर क्षेत्र की एक 12 साल की बालिका ने बच्चे को जन्म दिया है। बालिका के साथ दो नाबालिग लड़कों ने दुष्कर्म किया था। घटना की जानकारी मिलते ही बाल संरक्षण आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने प्रसंज्ञान लिया है। वहीं, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष धनपत गुर्जर ने भी पूरे मामले की जानकारी ली है। पीड़िता जोधपुर के अस्पताल में भर्ती है।
जोधपुर जिले के बालेसर क्षेत्र की एक बारह वर्षीय बालिका ने जोधपुर के एक अस्पताल में एक बच्चे को जन्म दिया है। दोनों एकदम स्वस्थ है। इस बालिका का नौ माह पूर्व स्कूल से घर लौटतने समय तीन लोग एक जीप में उठा कर ले गए थे। इनमें से दो नाबालिग है। पुलिस ने बालिका से मिली जानकारी के आधार पर कुछ लोगों से पूछताछ की है। इसकी जानकारी मिलते ही बाल सरंक्षण आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने अस्पताल का दौरा कर पीड़िता से मुलाकात की।
धनपत गुर्जर ने बताया कि हमें बालेसर थानाधिकारी से मामले की जानकारी मिली है। इसके अनुसार छठी कक्षा में पढ़ने वाली 12 वर्षीय बालिका ने जोधपुर के एक अस्पताल में देर रात एक बच्चे को जन्म दिया है। बालिका के गर्भवती होने पर परिजनों ने पहले गर्भपात करवाने की कोशिश की। जो सफल नहीं हो पाए। अब प्रसव पीड़ा होने पर वे उसे लेकर बालेसर के अस्पताल पहुंचे। वहां से मामला पुलिस के सामने आया। पीड़िता की कम उम्र के कारण होने वाले प्रसव की जटिलताओं को ध्यान में रख उसे जोधपुर रेफर कर दिया गया। यहां उसने एक बच्चे को जन्म दिया।
बालिका ने यह बताया घटनाक्रम
बाल सरंक्षण आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने अस्पताल पहुंचकर पीड़िता के साथ ही उसके माता-पिता से बात की। संगीता ने बताया कि लड़की के माता-पिता का कहना है कि उन्हें बेटी के गर्भवती होने की जानकारी देरी से पता चली। वहीं बालिका का कहना है कि स्कूल से लौटने दौरान रास्ते में सूने स्थान पर एक जीप में तीन लोग उसे उठा कर ले गए। इनमें से दो नाबालिग हैं। तीनों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। घर पर डांट व मार पड़ने के डर से उसने किसी को इस बारे में बताया तक नहीं। संगीता ने बताया कि जच्चा व बच्चा एकदम स्वस्थ है। डॉक्टरों से उनके इलाज की पूरी व्यवस्था करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं प्रत्येक व्यक्ति को विचलित कर देती है।