छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में ओडिशा के पूर्व मंत्री नबा दास के बेटे विशाल दास सहित 27 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया। गुरुवार रात अलग-अलग थानों में इन्हें पूछताछ के लिए बैठाया गया। इसके बाद शुक्रवार को BJP नेता के होटल में तोड़फोड़ करने के आरोप में इन पर FIR कर दी गई। हालांकि FIR के कुछ देर सबको छोड़ दिया गया। यह घटना शुक्रवार को किरमीरा ब्लॉक अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव से ठीक पहले हुई। पूर्व मंत्री नबा दास के बेटे विशाल दास सरपंच और पंचायत समिति के सदस्यों के साथ महासमुंद टूर पर थे। विशाल ने दावा किया कि पुलिस ने जानबूझकर अविश्वास प्रस्ताव से पहले ये कार्रवाई की है। वहीं ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने CM साय को लेटर भी लिखा। विशाल दास की बहन ने झारसुगुड़ा में प्रदर्शन किया
विशाल दास और उनके साथियों को हिरासत में रखने की जानकारी मिलते ही झारसुगुड़ा में उनकी बहन और पूर्व विधायक दीपाली दास ने प्रदर्शन किया। दीपाली ने सैकड़ों समर्थकों के साथ झारसुगड़ा कलेक्टरेट का घेराव कर दिया। इस दौरान समर्थकों ने भाजपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। नवीन पटनायक का सीएम साय को लेटर
बिगड़ते हालात को देखते हुए ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष नवीन पटनायक ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को अर्जेंट लेटर लिखा। इसमें उन्होंने विशाल दास समेत अन्य लोगों को रिहा करने की मांग की गई। लेटर में लिखा- सरपंच और समिति को शुक्रवार सुबह 10.30 बजे ब्लॉक परिसर में अविश्वास प्रस्ताव में भाग लेना था। वे इसमें शामिल नहीं हो सके, क्योंकि उन्हें ओडिशा के एक पूर्व कैबिनेट मंत्री के बेटे विशाल दास के साथ कल आधी रात से हिरासत में रखा गया है। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप इस पर गौर करें और उन्हें तुरंत रिहा करवाएं और ओडिशा सीमा पर जाने के दौरान उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करें। हिरासत में लिए गए लोगों में से कई महिला पीआरआई सदस्य हैं। अवैध रूप से डिटेन किया गया- विशाल दास पूर्व मंत्री नबा दास के बेटे विशाल दास ने हिरासत के दौरान वीडियो जारी कर कहा कि, उनकी जान को खतरा है। थाने में हमारे सरपंचों को अवैध रूप से डिटेन किया गया है। मुझे भी रात 2 बजे से बैठाया गया है। छत्तीसगढ़ और ओडिशा की भाजपा सरकार से लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप न करने की अपील करता हूं। यह डेमोक्रेसी की हत्या है। लोग हमें वोट देते हैं। आप हमारी मदद करें, और ओडिशा वासियों की भी मदद करें। थाने का दरवाजा बंद कर हुई FIR, फिर छोड़ दिया गया पुलिस ने भाजपा नेता के होटल मैनेजर ने 12 लोगों के खिलाफ नामजद FIR लिखाई है। इसके अलावा FIR में 10-15 और लोगों का जिक्र किया गया है। शुक्रवार की शाम 4 बजे सरायपाली पुलिस ने FIR दर्ज की। इसके कुछ देर बाद पूर्व मंत्री के बेटे सहित तमाम लोग को छोड़ भी दिया गया। पूरी कार्रवाई में सरायपाली नये थाना भवन का दरवाजा सुबह से शाम तक बंद रखा गया। पुलिस कर्मी सहित अन्य लोग पीछे के दरवाजे से ही आना-जाना करते रहे। जब शाम को विशाल दास को छोड़ा गया वो भी पीछे के दरवाजे से बाहर निकले। फिर सीधे अपनी कार में सवार हो गए। फर्जी केस बनाकर हिरासत में लिया गया
सांकरा थाने से निकल कर वनपाली के सरपंच तपी मरई ने बताया कि उनके साथ 9 सरपंच और समिति मेंबर्स हैं। सभी घुमने निकले थे। बीती रात लयकरा पुलिस आई और सभी को डराया, धमकाया। एक फर्जी केस बना बनाया और पुलिस ने उन सभी को छत्तीसगढ़ पुलिस के हवाले कर दिया। हमें पता नहीं था हम लोगों को डिटेंशन कर के रखा गया है। साढ़े 10 बजे इलेक्शन है और हम सब अविश्वास प्रस्ताव नहीं जा पाए।