छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिला में सड़क दुर्घटनाओं का ग्राफ हर साल बढ़ रहा है। जिले में हर दिन कहीं न कहीं सड़क हादसे हो रहे हैं और लोगों की जान जा रही है। बात अगर 3 साल यानि 1095 दिन की करे, तो अब तक 1011 लोगों की मौत हो चुकी है। साथ ही 1755 लोग सड़क दुर्घटना में घायल हो हुए हैं। जिले में सैकड़ों की संख्या में उद्योग संचालित हो रहे हैं। ऐसे में भारी वाहनों हजारों की संख्या में चलते हैं। इससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है। जिले में सबसे अधिक सड़क हादसे तमनार, घरघोड़ा, धरमजयगढ़ व एनएच रोड पर हो रही है। साल 2022 में 623 सड़क दुर्घटना हुए हैं। इसमें 307 लोगों की मौत व 443 घायल हुए हैं। इसके अलावा साल 2023 में 641 प्रकरण में 345 मौत व 648 लोग घायल हो चुके हैं। पिछले साल 2024 में दुर्घटना का आकड़ा कुछ बढ़ गया और 644 हादसे हुए। इसमें 359 लोगों की मौत तथा 664 घायल हो गए। इस तरह हर साल लोगों की मौत का आकड़ा भी बढ़ रहा है। जिले में 16 ब्लैक स्पॉट
यातायात विभाग के अनुसार जिले में 16 ब्लैक स्पाॅट चिन्हित हैं। इसमें छातामुड़ा चौक, गढ़उमरिया, पटेलपाली, कोड़ातराई, उर्दना तिराहा, जोरापाली, कांशीचुआ, मुरा चौक, नवापारा, सेन्द्रपाली, कुनकुनी, सिसरिंगा घाट, कंचनपुर, दर्रीपारा, फगुरम, देवगढ़ शामिल है। इसके अलावा तमनार, धौराभांठा, तमनार व घरघोड़ा क्षेत्र में सड़क दुर्घटनाएं अधिक हो रहे हैं। खराब सड़क व तेज रफ्तार हादसों की वजह
जिले में सड़क हादसों का एक कारण खराब सड़क व तेज रफ्तार भी है। रात के समय अक्सर ट्रक-डंफर के चालक वाहनों को निर्धारित गति से तेज रफ्तार में चलाते हैं। जिससे दुर्घटना की संभावन बढ़ जाती है। हांलाकि इन दिनों तेज रफ्तार भारी वाहनों को लेकर यातायात पुलिस इंटर सेप्टर मशीन से जांच कर रही है।
डीएसपी बोले- लोगों को कर रहे जागरूक
इस संबंध में यातायात डीएसपी उत्तम प्रताप सिंह ने बताया कि लोगों को लगातार यातायात नियमों को लेकर जागरूक किया जा रहा है। हेलमेट का उपयोग करने व शराब के नशे में वाहन नहीं चलाने कहा जा रहा है। तेज रफ्तार व नशे में वाहन चलाने वाले चालकों पर कार्रवाई की जा रही है। लोगों को जागरूक होने की भी जरूरत है। ताकि सड़क हादसे कम हो सके।