बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज हुए हैं, जिसमें आईपीसी की धारा 354 (महिला की लज्जा भंग करने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल प्रयोग), 354ए (यौन उत्पीड़न), 354डी (पीछा करना) और 34 (सामान्य इरादे) के अंतर्गत दर्ज़ हैं. 353ए में एक से तीन साल की जेल की सजा है.
नई दिल्ली:
पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपी कुश्ती संघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह ने 5 जून को अयोध्या में होने वाली रैली स्थगित कर दी है. वो कई जिलों में घूम-घूमकर इस रैली की तैयारी कर रहे थे. बृजभूषण सिंह ने अयोध्या में जनचेतना महारैली करने का ऐलान किया था. उन्होंने कहा था कि इस रैली में 11 लाख लोग जुटेंगे.
बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह ने एक संदेश जारी कर कहा कि, “मेरे प्रिय शुभचिंतकों! आपके समर्थन के साथ पिछले 28 सालों से लोकसभा के सदस्य के रूप में सेवा की है. मैंने सत्ता और विपक्ष में रहते हुए सभी जातियों, समुदायों और धर्मों के लोगों को एकजुट करने का प्रयास किया है. इन्हीं कारणों से मेरे राजनीतिक विरोधियों और उनकी पार्टियों ने मुझ पर झूठे आरोप लगाए हैं.”
उन्होंने कहा, “वर्तमान स्थिति में कुछ राजनीतिक दल विभिन्न स्थानों पर रैलियां कर प्रांतवाद, क्षेत्रवाद और जातीय संघर्ष को बढ़ावा देकर सामाजिक समरसता को भंग करने का प्रयास कर रहे हैं. उद्देश्य यह है कि 5 जून को अयोध्या में एक संत सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया गया, ताकि पूरे समाज में फैल रही बुराई पर विचार किया जा सके, लेकिन अब जबकि पुलिस आरोपों की जांच कर रही है और सुप्रीम कोर्ट के गंभीर निर्देशों का सम्मान करते हुए ‘जन चेतना महारैली, 5 जून, अयोध्या चलो’ कार्यक्रम कुछ दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया है.”
आगे कहा, “इस मुद्दे पर सभी धर्मों, जातियों और क्षेत्रों के लाखों समर्थकों और शुभचिंतकों ने विनम्र तरीके से मेरा समर्थन किया है. इसलिए मैं सबका आभार व्यक्त करते हुए विश्वास दिलाता हूं कि मैं और मेरा परिवार हमेशा आपका कर्जदार रहेगा.”