चीनी सेना की ओर से इससे पहले 9 मई को और फिर 25 मई ताइवान के आसपास के इलाकों में सैन्य अभ्यास किया गया था। चीन ने मेरिका के साथ संबंधों का हवाला देते हुए ताइवान को खतरनाक भी बताया है।

चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने ताइवान के आसपास फिर से युद्ध अभ्यास शुरू कर दिया है। चीन ने अमेरिका के साथ संबंधों का हवाला देते हुए ताइवान को खतरनाक बताया है। पिछले एक महीने में यह तीसरी बार है जब चीनी सेना ताइवान के आसपास के इलाके में सैन्य अभ्यास की घोषणा की है। चीन इसे ताइपे और वॉशिंगटन के बीच मिलीभगत के खिलाफ ‘कॉम्बैट रेडिनेस पेट्रोल’ करार दिया।

पीएलए के पूर्वी थिएटर कमांड ने अभ्यास की घोषणा करते हुए कहा यह यूएस-ताइवान की मिलीभगत के खिलाफ एक जरूरी कार्रवाई है। पीएलए ने कहा कि अमेरिका ताइवान को एक खतरनाक स्थिति में धकेल रहा है। हालांकि, पीएलए ने सैन्य अभ्यास का कोई विवरण जारी नहीं किया।

30 लड़ाकू विमान ताइवान में घुसे

पीएलए की ड्रील की पोल उस समय खुल गई जब 30 से अधिक चीनी लड़ाकू विमानों ने ताइवान के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया। जिसके एक दिन बाद मजबूरी में चीन को ड्रिल की औपचारिक घोषणा करनी पड़ी। चीनी विमानों के हवाई क्षेत्र में घुसने के बाद ताइवानी वायुसेना ने भी तत्परता से एक्शन लेते हुए अपने लड़ाकू विमानों के जरिए खदेड़ दिया।

अमेरिकी सीनेट की ताइवान यात्रा से नाखुश चीन

चीन की सरकारी मीडिया ने बुधवार के अभ्यास को अमेरिकी सीनेट टैमी डकवर्थ की ताइवान यात्रा से जोड़ा है। इस दौरान राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने कहा कि यूएस नेशनल गार्ड और ताइवान के सशस्त्र बल एक योजना पर काम कर रही थी। चीन लोकतांत्रित रूप से शासित ताइवान को अपना क्षेत्र मानता है।

9 और 25 मई को भी किया था अभ्यास

बीजिंग ने अमेरिका पर आरोप लगाया है कि वो ताइवान को हथियार बेचकर क्षेत्र में तनाव बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। इसके साथ-साथ अधिकारियों को खुद से जुड़ने और युद्ध की स्थिति में रक्षा का वादा करने का आरोप लगाया। इससे पहले 9 और 25 मई को भी पीएलए की तरफ से सैन्य अभ्यास किया गया था।

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