चक्रवाती तूफान ‘असानी’ ने मौसम के मिजाज पर असर डाला है। अभी यह विशाखापत्तनम से लगभग 330 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में है। आज रात तक इसके उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ने के आसार हैं। विशाखापत्तनम चक्रवात चेतावनी केंद्र के अनुसार, इसके बाद यह उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर रुख कर सकता है।

Cyclone Asani News updates: उत्‍तर भारत के कई हिस्‍सों में मौसम का मिजाज बदल सकता है। यहां रात तक तेज हवाएं चलने के साथ बारिश होने के आसार हैं। उत्‍तराखंड के कई इलाकों में तो तेज बारिश शुरू भी हो गई है। इसका कारण चक्रवाती तूफान ‘असानी’ (Asani) है। चक्रवात उत्‍तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। भारत मौस‍म विज्ञान विभाग (IMD) चक्रवात पर नजर बनाए हुए है। विशाखापत्तनम चक्रवात चेतावनी केंद्र में ड्यूटी ऑफिसर कुमार ने यह जानकारी दी है। चक्रवात के कारण ओडिशा और पश्चिम बंगाल में सोमवार को भारी से मध्यम बारिश हुई थी। इसके धीरे-धीरे कमजोर पड़ने की संभावना जताई जा रही है।
कुमार ने बताया कि चक्रवात ‘असानी’ विशाखापत्तनम से लगभग 330 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में है। आज रात तक इसके उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ने की संभावना है। इसके बाद इसके उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने के आसार हैं। इससे देश के उत्तर-उत्तर पूर्व के इलाकों में मौसम बदल सकता है। इस दौरान कई जगहों पर बारिश हो सकती है। तूफान का असर बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ में भी रहेगा। 11 से 13 मई तक यहां बारिश होने और तेज हवाएं चलने के आसार हैं।

तूफान का असर फ्लाइटों के संचालन पर भी पड़ा है। मंगलवार को आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम एयरपोर्ट से उड़ान भरने और लैंड करने वाली 23 फ्लाइटों को कैंसिल किया गया है। चेन्नई एयरपोर्ट ने भी 10 फ्लाइटें कैंसिल की हैं। इनमें हैदराबाद, विशाखापट्टनम, जयपुर और मुंबई जाने वाली फ्लाइटें शामिल हैं।

बंगाल के कुछ इलाकों में जारी रहेगी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात असानी 10 मई की रात तक उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ना जारी रखेगा। इसके बाद यह उत्तर-पूर्व दिशा में ओडिशा तट से उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी की ओर रुख करेगा। अगले 24 घंटे में इसके कमजोर पड़ने की आशंका है। चक्रवात के कारण ओडिशा और पश्चिम बंगाल में सोमवार को भारी से मध्यम बारिश हुई।

मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, पश्चिम-मध्य और उससे सटी दक्षिण बंगाल की खाड़ी में समुद्र में हलचल तेज होने की संभावना है। मछुआरों को अगले कुछ दिनों तक क्षेत्र से दूर रहने को कहा गया है। तटीय क्षेत्रों और समुद्री समुद्र तटों में पर्यटन संबंधी गतिविधियों को 13 मई तक निलंबित रखने का सुझाव भी दिया गया है। ओडिशा के खुर्दा, गंजाम, पुरी, कटक और भद्रक आदि जिलों में दो से तीन बार बारिश हुई। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, चक्रवात के कारण कोलकाता, हावड़ा, पुरबा मेदिनीपुर, उत्तर व दक्षिण 24 परगना और नादिया जिलों सहित पश्चिम बंगाल के दक्षिणी हिस्सों में गुरुवार तक भारी बारिश होने की संभावना है।राजधानी पर भी रहेगा चक्रवात का असर
आईएमडी ने यलो अलर्ट जारी कर राजधानी में नए सिरे से गर्मी का प्रकोप बढ़ने की चेतावनी दी है। बुधवार को तापमान 44 डिग्री सेल्सियस से ज्‍यादा रहने की संभावना जताई गई है। मौसम विशेषज्ञों ने कहा कि गर्मी का प्रकोप 15 मई तक जारी रह सकता है। यह और बात है कि मौसम का पूर्वानुमान व्यक्त करने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट के उपाध्यक्ष (मौसम विज्ञान और जलवायु परिवर्तन) महेश पलावत ने कहा कि दिल्ली के ज्‍यादा हिस्सों में तापमान बहुत ज्यादा नहीं बढ़ेगा। कारण है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती तूफान असानी के प्रभाव में क्षेत्र में पुरबाई चल रही है। लेकिन, ह्यूमिडिटी के स्तर में बढ़ोतरी परेशानी का सबब बन सकती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *