खीरी के दो गांवों में बाघों ने महिला समेत दो लोगों को मार डाला है। रविवार की रात और सोमवार दोपहर हुए हमले से ग्रामीणों में आक्रोश है। वन विभाग का दावा है कि अलग अलग इलाकों में दो बाघ हैं।

खीरी जिले में एक ही क्षेत्र के दो अलग-अलग गांवों में बाघों ने हमला कर महिला समेत दो की जान ले ली। एक युवक को बाघ ने रविवार रात को निवाला बनाया था, जबकि सोमवार दोपहर एक महिला को बाघ खींचकर ले गया और जान ले ली। इन दोनों घटनाओं को लेकर ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश है। यह हाल तब है, जब वन विभाग पिछले आठ दिनों से बाघ को पकड़ने के लिए अभियान चला रहा है।

रविवार की रात बाघ ने नरेंद्रनगर बेली टपरा नंबर एक निवासी नागेंद्र सिंह (30) की जान ली। नागेंद्र गन्ने के खेत में घास काटने गया था। अंधेरा होने के बाद भी वह खेत में घुसा और बाघ ने उसको निवाला बना लिया। रात को गांव वालों को उसकी अधखाई लाश मिली। खेत में बाघ के पगमार्क मिले हैं। इस घटना से नाराज ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। वन विभाग के अफसरों का घेराव कर लिया।

किसी तरह डीडी बफर जोन ने उनको समझाकर शव कब्जे में लिया। यह मामला अभी निपटा भी नहीं था कि 16 घंटे के अंदर खैरटिया गांव में बाघ ने हमला कर दिया। सोमवार दोपहर खेत में धान रोप रही महिला को बाघ खींच ले गया। खैरटिया निवासी बंता सिंह की पत्नी मिंदर कौर (43) सोमवार को मजदूर के साथ खेत में धान रोप रही थी। इसी बीच आसपास कहीं मौजूद बाघ मिंदर कौर को पकड़कर पास के गन्ने के खेत में खींच ले गया।

चीख सुनकर आसपास खेतों में मौजूद लोगों शोर मचाते हुए पीछा किया। इसके बाद उसकी लाश बरामद हुई। सूचना पाकर तहसीलदार भीमचंद, सीओ सुबोध जायसवाल, कोतवाल बालेंदु गौतम और सिंगाही पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। नाराज गांव वालों ने हंगामा किया। वन विभाग की पिकेट में तोड़फोड़ की। दुधवा टाइगर रिजर्व के निदेशक संजय पाठक ने बताया कि दोनों क्षेत्र अलग-अलग हैं। घटनाएं दो अलग-अलग बाघों ने की है।

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