आज MCD स्टैंडिंग कमेटी के छह सदस्यों का चुनाव होना है. आम आदमी पार्टी ने चार सीटों पर उम्मीदवार उतारे हुए हैं और बीजेपी के तीन उम्मीदवार हैं. ऐसे में दोनों पार्टियों में से किसी एक के उम्मीदवार की हार तय है.
MCD स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव नए सिरे से हो रहा है. इसके साथ ही वोटिंग के दौरान कोई भी पार्षद मोबाइल फोन नहीं ले जा पाएंगे. दो दिनों के भारी बवाल के बाद यह घोषणा आज मेयर शैली ओबरॉय ने की. भाजपा इसी को लेकर लगातार आक्रामक थी और पिछले दो दिनों से इसी बात को लेकर दिल्ली नगर निगम में हंगामा हो रहा था. आम आदमी पार्टी और BJP दोनों के पार्षद MCD वोटिंग कर रहे हैं.
ऐसे शुरू हुआ था विवाद
भाजपा का आरोप था है कि आम आदमी पार्टी की मेयर ने सदस्यों को स्थायी समिति के लिए मतदान करते समय मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति दी. क्रॉस वोटिंग से डरकर उन्होंने सदस्यों को मतदान करते समय मोबाइल की अनुमति दी है. यह गुप्त मतदान का उल्लंघन है. अब इस पर मेयर के भाजपा की बात लेने के बाद उम्मीद की जा रही है कि MCD स्टैडिंग कमेटी इलेक्शन आज हो जाएगा.
एक उम्मीदवार की हार तय
आज स्टैंडिंग कमेटी के छह सदस्यों का चुनाव होना है. आम आदमी पार्टी ने चार सीटों पर उम्मीदवार उतारे हुए हैं और बीजेपी के तीन उम्मीदवार हैं. ऐसे में दोनों पार्टियों में से किसी एक के उम्मीदवार की हार तय है. इसी को लेकर दोनों दल एक-एक वोट के लिए लड़ रहे हैं.
कौन हैं पवन
इसी बीच, बवाना वार्ड से पाटी के पार्षद पवन सहरावत ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया. पवन सहरावत ने कहा कि उन्होंने नैतिकता के आधार पर AAP को छोड़ा है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि वह AAP पार्षदों को एमसीडी सदन की बैठक में ‘‘हंगामा करने का निर्देश” दिए जाने से व्यथित थे.
ऐसे बिगड़ेगा समीकरण
पवन सहरावत के शामिल होने से नरेला जोन के समीकरण बिगड़े गए हैं. यहां कुल 16 पार्षद चुनकर आते हैं. इस जोन में आम आदमी पार्टी ने 10 सीटें जीती थीं. बीजेपी के पास यहां 6 सीटें हैं. उपराज्यपाल ने बीजेपी के 4 सदस्यों को एल्डरमैन बतौर मनोनीत किया है. अब आप पार्टी के 1 पार्षद पवन सहरावत ने बीजेपी ज्वाइन करा लिया है.