दिल्ली पुलिस ने उससे पूछताछ की तो बड़ा खुलासा हुआ, पता चला कि इंडियन मुजाहिद्दीन के दरभंगा मॉड्यूल का आतंकी दानिश अंसारी इनामुल हक का मामा है. स्पेशल सीपी ,क्राइम ब्रांच रविंद्र यादव ने कहा कि जो वीजा रैकेट बर्स्ट हुआ इसमें इनामुल हक दरभंगा का ऑपरेटर था और उसके साथ 6-7 लोग और अरेस्ट हुए हैं जो दुबई ,गल्फ और मलेशिया के नाम पर हर आदमी से 50-60 हजार रुपए लेकर चीट कर रहे थे.

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गल्फ देशों का वीजा देने के नाम पर ठगी करने वाले 7 लोगों को गिरफ्तार किया था,अब इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है कि इंडियन मुजाहिद्दीन का आतंकी दानिश अंसारी इस गिरोह के मास्टरमाइंड इमान उल हक का मामा निकला. अब इस मामले में टेरर लिंक की जांच के लिए दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एनआईए को पत्र लिखा है. इनामुल हक अंसारी ने बी टेक किया है और फिलहाल वो दिल्ली के जाकिर नगर में रहा था,उसे बीते हफ्ते दिल्ली पुलिस ने उसके गैंग के 6 और लोगों के साथ गिरफ्तार किया था. उस पर आरोप था कि गल्फ देशों का वीजा देने के नाम पर उसके गैंग ने 1000 से ज्यादा लोगों के साथ ठगी की है.

हिरासत के दौरान जब दिल्ली पुलिस ने उससे पूछताछ की तो बड़ा खुलासा हुआ, पता चला कि इंडियन मुजाहिद्दीन के दरभंगा मॉड्यूल का आतंकी दानिश अंसारी इनामुल हक का मामा है. स्पेशल सीपी ,क्राइम ब्रांच रविंद्र यादव ने कहा कि जो वीजा रैकेट बर्स्ट हुआ इसमें इनामुल हक दरभंगा का ऑपरेटर था और उसके साथ 6-7 लोग और अरेस्ट हुए हैं जो दुबई ,गल्फ और मलेशिया के नाम पर हर आदमी से 50-60 हजार रुपए लेकर चीट कर रहे थे. इनामुल हक से पूछताछ के बाद सामने आया कि इसका मामा इंडियन मुजाहद्दिन के दरभंगा मॉड्यूल से संबंध रखता था. 2012 में उसको एनआईए ने गिरफ्तार किया था. इसी साल जुलाई में उसको 10 साल की कारावास की सजा हुई है.

पुलिस के मुताबिक इनामुल हक मूलरूप से दरभंगा का रहने वाला है ,उसके मामा दानिश अंसारी को एनआईए ने 2012 में गिरफ्तार किया था. इंडियन मुजाहिद्दीन का सक्रिय सदस्य दानिश अंसारी आईएम के दरभंगा मॉड्यूल से जुड़ा है, वो आईएम के सरगना यासीन भटकल का बेहद करीबी है. भटकल को छिपने में भी दानिश ने मदद की थी. 2011 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आईएम के दरभंगा मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार किया था. जर्मन बेकरी ब्लास्ट,चिन्नास्वामी स्टेडियम ब्लास्ट, जामा मस्जिद फायरिंग और 2011 के मुंबई धमाकों के लिए दरभंगा मॉड्यूल को जिम्मेदार बताया गया था. इसी साल जुलाई में एनआईए कोर्ट ने दानिश अंसारी समेत इंडियन मुजाहिद्दीन के 4 आतंकियों को 10 साल की सजा सुनवाई है.

अब दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एनआईए को पत्र लिखकर कहा है कि एनआईए जांच करे कि कहीं इनामुल हक का टेरर लिंक तो नहीं. रविंद्र यादव ने कहा कि इस जानकारी के मिलने के बाद हम एनआईए को पत्र लिखकर सूचित कर रहे हैं कि अगर इसमें कोई लिंक है तो वो अपनी जांच कर सकते है. आरोपी इनामुल हक ज्यादातर मुस्लिम युवाओं को गल्फ देशों में भेजने के नाम पर ठगी करता था. एनआईए अब जांच करेगी कि जो युवा इनामुल हक ने बाहर भेजे हैं आखिर वो विदेश में क्या करने गए हैं,ठगी से जो उसने पैसा कमाया कहीं उसका इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों में तो नहीं हो रहा था और अपने मामा दानिश अंसारी से वो किस तरह जुड़ा था.

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