कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र नारायणपुर में 23 दिसंबर 2021 को राष्ट्रीय किसान दिवस के अवसर पर कृषि विश्वविद्यालय आपके द्वार कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि शिक्षा एवं कृषि तकनीकी जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में प्रगतिशील कृषक, जागरूक किसान एव कार्यक्रम में शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय ग्राम बिंजली के छात्र-छात्राएं शामिल हुए। कार्यक्रम में प्रगतिशील किसानों द्वारा अपने अनुभव साझा किए गए। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ रत्ना नशीने अधिष्ठाता ऑनलाइन के माध्यम से जुड़ के राष्ट्रीय किसान दिवस के संदर्भ में कृषकों का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि भारत के 5 वें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जन्मदिन के अवसर पर भारतीय किसानों के योगदान के सम्मान में और देश में उनके महत्व को गौरवान्वित करने के लिए प्रत्येक वर्ष 23 दिसंबर को किसान दिवस मनाया जाता है। चौधरी चरण सिंह एक किसान नेता थे, उन्होंने अन्नदाताओं के हित में और खेती के लिए कई अहम काम किए हैं, जिन्हें इस दिन याद किया जाता है. चौधरी चरण सिंह कहा करते थे कि किसानों की दशा बदलेगी, तभी देश बढ़ेगा और इस दिशा में वे लगातार काम करते रहे। उन्होंने भारतीय किसानों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए कई नीतियों की शुरुआत की। तकनीकी सत्र व्याख्यान में कृषि शिक्षा के महत्व डॉ जीवन लाल नाग के द्वारा दिया गया। डॉ अनिल दिव्य ने कृषि अनुसंधान में हुए अनुसंधान के ऊपर प्रकाश डाला और विभिन्न प्रकार के फसलों की नई प्रजातियों के बारे में बताया।स्कूल के विद्यार्थीयों के लिए प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया.इस अवसर पर किसानों एवं विद्यार्थियों को महाविद्यालय की नर्सरी से तैयार उत्तम किस्म के पौधे वितरित किए गए. कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ जीवन लाल नाग के द्वारा दिया गया, कार्यक्रम मे सभी आधिकारी कर्मचारीगण मौजूद थे।