रायपुर. बिलासपुर से सांसद अरुण साव (Arun Sao) को मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है. बुधवार को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में पहली बार कैबिनेट विस्तार होने जा रहा है. कैबिनेट विस्तार के लिए छत्तीसगढ़ संगठन से 1 नाम मांगा गया था, जिसके बाद संगठन ने प्रदेश से अरुण साव का नाम भेजा है. संगठन के सूत्रों का कहना है कि अरुण साव के साथ ही त्रिपुरा के बाद कल ही झारखंड के राज्यपाल का पद संभालने वाले रमेश बैस ने अपनी तरफ से केंद्रीय संगठन को दुर्ग से सांसद विजय बघेल का नाम सुझाया है. वहीं, छत्तीसगढ़ से ही राज्यसभा सांसद सरोज पांडे भी मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर दिल्ली पहुंच गई हैं.
बताया जा रहा है कि सरोज पांडेय भी केंद्रीय संगठन के कुछ नेताओं के संपर्क में हैं. हालांकि, तीनो में से अरुण साव के मंत्री बनने की संभावनाएं प्रबल हैं, क्योंकि अरुण साव छत्तीसगढ़ में ओबीसी वर्ग में बाहुल्य साहू समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं. इसके अलावा संगठन में उनकी छवि साफ-सुथरे नेता की है. इसलिए ही वे संगठन की पहली पसंद हैं. बताया जा रहा है कि यदि मंत्रिमंडल विस्तार में छत्तीसगढ़ से किसी को मौका मिलता है तो उसमें अरुण साव का नाम सबसे पहले हो सकता है. फिलहाल इसपर सिर्फ कयास ही लगाए जा रहे हैं.
विस्तार से पहले बदले गए राज्यपाल
बता दें कि मोदी कैबिनेट में विस्तार से पहले बीते मंगलवार को आठ राज्यों के राज्यपाल बदल दिए गए. इनमें छत्तीसगढ़ से रमेश बैस का नाम भी शामिल है. रमेश बैस को त्रिपुरा से झारखंड का नया राज्यपाल बनाया गया है. इसके अलावा कैबिनेट मंत्री थावरचंद गहलोत को भी राज्यपाल बना दिया गया है.