बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के बाद उनके बड़े भाई और पत्रकार युकेश चंद्राकर DIG, कलेक्टर समेत अन्य अफसरों के पैरों पर गिर गए। बिलखते हुए उन्होंने कहा कि मेरे भाई को, मुझे सिर्फ न्याय चाहिए। वहीं, दैनिक भास्कर के कैमरे के सामने उन्होंने मांग की है कि, उन्हें सुरक्षित तरीके से दिल्ली पहुंचाया जाए। वहां पहुंचकर कुछ खुलासा करूंगा। जब पोस्टमॉर्टम के बाद मुकेश का पार्थिव शव उनके घर लाया गया, तो अफसर भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। इस दौरान युकेश बिलखने लगे। बिलखते-बिलखते वे अफसरों के पैरों पर गिर गए। कलेक्टर के सामने घुटने टेक उन्होंने न्याय की भीख मांगी। न्याय नहीं मिला, तो मुझे भी कुल्हाड़ी से काट दें युकेश के कहा कि, मेरे भाई मुकेश ने जिले की जनता के लिए बहुत से काम किए हैं। मेरे भाई को बेरहमी से मारा गया है। मैंने उसे कैमरा चलना सिखाया, मैंने रिपोर्टिंग करनी सिखाई, उसने जिले के लिए, जिले की जनता के लिए बहुत कुछ किया है। हमें अब आश्वासन नहीं न्याय चाहिए। इस मामले में कोई समझौता नहीं हो सकता। न्याय नहीं मिला तो कुल्हाड़ी लाएं और मुझे भी काट डालें। मुझे दिल्ली भेजें- युकेश वहीं, युकेश चंद्राकर ने दैनिक भास्कर से बातचीत की। उन्होंने कहा कि, मेरे भाई के कुछ सपने थे। कहने के लिए मेरे पास बहुत सी बातें हैं। बस मैं भीख मांग रहा हूं कि, मुझे किसी तरह से सुरक्षित रूप से दिल्ली पहुंचा दिया जाए। वहां सारी मीडिया के सामने मैं बहुत महत्वपूर्ण बातें कहूंगा। वहां मैं कुछ एविडेंस रखूंगा।