रायपुर. जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयुर्वेदिक कालेज में तैयार डिस्ट्रिक्ट चिल्ड्रन हास्पिटल ने सोमवार से काम करना शुरु कर दिया है। पहले दिन ओपीडी में दस बच्चों का इलाज किया गया। मंगलवार से वहां चौबीस घंटे उपचार की सुविधा दी जाएगी। अस्पताल में पोस्ट कोविड से लेकर हर तरह की बीमारी का इलाज होगा और बच्चों को टीकाकरण से लेकर आईसीयू की सुविधा प्रदान की जाएगी। प्रदेश में अब तक बच्चों के लिए अलग से सरकारी अस्पताल की व्यवस्था नहीं थी। राजधानी में आयुर्वेदिक कालेज परिसर में बनाए गए पचास बिस्तर के शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को कोरोना की संभावित तीसरी लहर को ध्यान में रखकर तैयार किया जा रहा था। अस्पताल को नया रुप देकर छोटे बच्चों के बेहतर इलाज की सुविधा देने के लिए हर तरह के संसाधन जुटाने के लिए इसे चिल्ड्रन हास्पिटल का रुप दिया गया है।
यहां चालीस बेड का पीआईसीयू तैयार किया गया है, जहां गंभीर बच्चों को उपचार की सुविधा दी जाएगी। सोमवार को यहां पहली ओपीडी हुई, जहां दस बच्चों की सर्दी-जुकाम की शिकायत लेकर परिजन इलाज के लिए पहुंचे। कल से यहां चौबीस घंटे और सातोें दिन उपचार की सुविधा दी जाएगी।
संसाधन जुटाने की तैयारी
बच्चों के इलाज के लिए बनाए गए प्रदेश के पहले सरकारी अस्पताल के लिए अत्याधुनिक संसाधन जुटाने की तैयारी की जा रही है। यहां हर तरह के इलाज के साथ टीकाकरण की सुविधा भी प्रदान की जाएगी। साथ ही भविष्य में तीसरी लहर के दौरान चपेट में आने वाले बच्चों का यहां बेहतर तरीके से इलाज किया जा सकेगा। यहां इलाज के लिए छह डाक्टर सहित दर्जनभर स्टाफ तैनात किया गया है।
उपचार शुरू
अस्पताल में छोटे बच्चों के इलाज के लिए ओपीडी प्रारंभ की गई है। यहां बच्चों के इलाज की चौबीस घंटे सुविधा रहेगी। अस्पताल में हर तरह की सुविधा जुटाई जा रही है।