यूपी के कानपुर के एक गर्ल्‍स हॉस्‍टल में सात साल से अश्‍लील वीडियो बनाए जाने के आरोपी के मोबाइल की फॉरेंस‍िक जांच होगी। छात्राओं का आरोप है कि पुलिस ने उसके मोबाइल से अश्‍लील वीडियो डिलीट कर दिए थे।

कानपुर के साईं निवास गर्ल्‍स हॉस्‍टल में तीन बाथरूम हैं और सभी के दरवाजे टूटे हैं। कुछ में लोहे के दरवाजे हैं तो वो गल चुके हैं। पीड़ित छात्राओं का आरोप है कि सात साल से हॉस्‍टल में काम कर रहा कर्मचारी ऋषि यहां नहाती छात्राओं के वीडियो बनाता था। छात्राओं ने हॉस्टल वार्डेन सीमा पाल और संचालक पर भी गंभीर आरोप लगाए। गुरुवार को छात्राओं के हंगामे के बाद पुलिस ने आरोपी कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया था। इस बीच छात्राओं ने मौके पर पहुंची पुलिस पर भी आरोपी से मिलीभगत के आरोप लगा दिए। छात्राओं का आरोप है कि पुलिस ने आरोपी के मोबाइल की गैलरी से अश्‍लील वीडियो डिलीट कर दिए। इस आरोप अब आरोपी के मोबाइल की फॉरेंसिंक जांच की तैयारी है। उम्‍मीद है कि फॉरेंसिक जांच से पूूूरा सच सामने आ जाएगा।

छात्राओं का कहना है टूटे दरवाजों वाले बाथरूम से नहाने में दिक्कत होती थी पर किसी ने सुनी ही नहीं। इसकी वार्डेन और हॉस्पिटल संचालक से शिकायत भी कई बार की पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। बाथरूम के दरवाजे सही होते तो ऐसी शर्मनाक घटना ही नहीं होती। साईं निवास गर्ल्स हॉस्टल काकादेव के तुलसी नगर में स्थित है। छात्राओं के अश्लील वीडियो बनाने का मामला सामने आने पर हड़कंप मच गया है।

पुलिस पर वीडियो डिलीट करने का आरोप 

कंट्रोल रूम की सूचना पर मौके पर पहुंचे पीआरवी जवानों पर भी छात्राओं ने आरोप लगाए। बताया कि इन पुलिसकर्मियों ने आरोपित ऋषि का मोबाइल चेक किया था जिसमें अश्लील वीडियो मोबाइल गैलरी में थे। छात्राओं का दावा है कि उन्होंने यह वीडियो देखे भी थे। मौके का फायदा उठाकर पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से आरोपित ने अश्लील वीडियो डिलीट कर दिए। पीड़ित छात्राओं ने हॉस्टल के बाद रावतपुर और काकादेव थाने में जमकर हंगामा किया। रावतपुर थाने पहुंचीं छात्राओं को पुलिस ने मोबाइल में वीडियो न होने की बात कही जिस पर वे भड़क उठीं।

एसीपी बोले-सख्‍त कार्रवाई होगी

कल्याणपुर एसीपी दिनेश शुक्ला का कहना है कि मौके से मिले मोबाइल को सील कर जांच के लिए फोरेंसिक एक्सपर्ट के पास भेजा गया है। आरोप सही पाए तो सख्त कार्रवाई होगी। छात्राओं का आरोप है कि एफआईआर दर्ज कराने के लिए छह किलोमीटर तक भरी धूप में भटकती रहीं। किसी तरह रावतपुर थाने में एफआईआर दर्ज की गई। इतने गंभीर मामले में भी रिपोर्ट दर्ज करवाने में आठ घंटे से अधिक का समय लग गया।

बिना बताए कमरों में घुस जाता था ऋषि
ऋषि हॉस्टल में सफाई का काम भी करता था। छात्राओं का आरोप है कि वह इसकी आड़ में बिना बताए कमरों में भी घुस जाता था। कई बार आपत्ति भी दर्ज कराई थी लेकिन हॉस्टल संचालक और वार्डेन ने ध्यान नहीं दिया। छात्राओं ने वार्डेन और संचालक पर धमकाने का आरोप भी लगाया है।

एसपी बोले, जैसी चाहे जांच करा लें
हॉस्टल के बाहर अस्थाई निवास सुरेन्द्र नाथ तिवारी पुलिस अधीक्षक कानपुर का बोर्ड लगा हुआ था। इस मामले में सुरेन्द्र नाथ ने कहा कि उन्हें इस हॉस्टल के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी कानपुर में कोई प्रापर्टी नहीं है।

गर्ल्‍स हॉस्‍टल में वार्डेन छोड़ सभी कर्मचारी पुरुष
छात्राओं ने आरोप लगाया कि गर्ल्स हॉस्टल में वार्डेन समेत सभी कर्मचारी महिला होनी चाहिए लेकिन महिला वार्डेन को छोड़कर सभी पुरुष कर्मचारी काम करते थे। वार्डेन भी सुबह 11 से लेकर शाम 7 बजे तक की आठ घंटे की ड्यूटी पर ही रहती थी। इसके बाद पुरुष कर्मचारी ही तैनात रहते हैं।

कल्‍याणपुर के एसीपी दिनेश शुक्‍ला ने बताया कि तहरीर के आधार पर एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है। गिरफ्तार युवक के मोबाइल की पड़ताल भी हो रही है। इसकी फॉरेंसिक जांच भी कराई जाएगी। तथ्यों के आधार पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

गुस्‍से में हैं छात्राएं

छात्राओं ने गुरुवार को थाने में जमकर हंगामा किया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस का कहना है कि उसके मोबाइल को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जा रहा है।

तुलसी नगर स्थित मकान में एक वरिष्ठ पुलिस अफसर की नेमप्लेट लगी है। मकान में मनोज पांडेय नाम का युवक हॉस्टल चलाता है। यहां लगभग 60 छात्राएं रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही हैं। छात्राओं का आरोप है कि सर्वोदय नगर निवासी ऋषि उनके अश्लील वीडियो बनाता था। इसका खुलासा तब हुआ जब गुरुवार सुबह एक छात्रा बाथरूम में नहा रही थी। इस दौरान ऋषि ने टूटे दरवाजे के नीचे हिस्से से मोबाइल डाल उसका अश्लील वीडियो बनाना शुरू कर दिया। आशंका होने पर छात्रा ने शोर मचाया जिस पर हॉस्टल में रहने वाली छात्राएं आ गईं और ऋषि को दबोचकर पुलिस के हवाले कर दिया।

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