शहर के आमापारा वार्ड के पार्षद सतीश दीपक अपने दोस्त सुधीर चौहान के साथ निजी काम से पुराना बस स्टैंड जा रहे थे। जब वे दूध नदी पुल पर पहुंचे, तभी विक्रम सारथी, आशीष उर्फ जग्गा सारथी और अन्य लड़कों ने उन्हें घेर लिया। बदमाशों ने गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी और धारदार हथियार से हमला कर दिया। इस दौरान पार्षद को चोटें आईं, जबकि सुधीर चौहान बेहोश होकर गिर पड़े। बदमाशों ने सुधीर को “अभी मरा नहीं हैं” कहकर पुल से नीचे फेंक दिया। अंत में पार्षद के कान की बाली और मोबाइल लूटकर फरार हो गए। प्राथमिक उपचार के बाद बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज घायल पार्षद सतीश दीपक और सुधीर चौहान को इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद पार्षद ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने मामले में बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज जांच शुरू कर दी है। रामनगर पहाड़ी में छुपे मिले आरोपी पार्षद की शिकायत के बाद कोतवाली पुलिस ने टीम गठित की और सोशल मीडिया की मदद से आरोपियों का पता लगाया। जांच में जानकारी मिली कि आरोपी रामनगर की पहाड़ी में छिपे हुए हैं। पुलिस ने घेराबंदी कर हमलावरों को हिरासत में ले लिया है। कड़ाई से पूछताछ के बाद आरोपियों से धारदार चाकू और लूटा गया आईफोन बरामद किया गया। आरोपियों को गवाहों की उपस्थिति में गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।